रायपुर। छत्तीसगढ़ में अगले दो दिनों तक मौसम स्थिर रहने की संभावना है, लेकिन इसके बाद तापमान में तेजी से गिरावट आएगी। मौसम विभाग के अनुसार, न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की कमी हो सकती है।
पिछले चार दिनों में राज्य के कई जिलों में रात का तापमान 1 से 2 डिग्री बढ़ा है, जिसके कारण सर्दी-जुकाम, वायरल फीवर और हाइपोथर्मिया का खतरा बढ़ गया है। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि बाहर निकलते समय दो लेयर कपड़े पहनें।
मैदानी इलाकों में दुर्ग सबसे ठंडा रहा, जहां तापमान 10°C से बढ़कर 14.8°C दर्ज किया गया। वहीं रायपुर में न्यूनतम तापमान 13°C से बढ़कर 17°C के करीब पहुंच गया। पिछले 24 घंटों में दंतेवाड़ा सबसे गर्म (31.7°C) और अंबिकापुर सबसे ठंडा (10.4°C) रहा। पांच दिन पहले अंबिकापुर का तापमान 6°C तक गिर गया था, जो नवंबर में 10 साल का रिकॉर्ड है।
रायगढ़ में बढ़ती ठंड के बीच शहर के 9 स्थानों पर अलाव की सुविधा शुरू की गई है। वहीं ग्रामीण व पहाड़ी क्षेत्रों—लैलूंगा, कापू, छाल और धरमजयगढ़ में ठंड काफी तेज महसूस की जा रही है। बाजारों में गरम कपड़ों की मांग बढ़ी है।
मलेरिया का खतरा भी बढ़ा
तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण मच्छरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। डॉक्टरों के अनुसार, अभी का तापमान (दिन में 33–39°C और रात में 14–19°C) मलेरिया फैलने के लिए बेहद अनुकूल है। आने वाले 8 दिनों में संक्रमण बढ़ने की आशंका है, खासकर ग्रामीण इलाकों में।
डॉक्टरों की सलाह
- शाम के बाद मच्छरदानी, कॉइल और लिक्विड का उपयोग करें।
- पानी जमा न होने दें—कूलर, टायर, गमले साफ रखें।
- पूरी बांह के कपड़े पहनें।
- बुखार या सिरदर्द हो तो तुरंत जांच करवाएं।
