डीएमएफ की राशि से कोरबा जिले की सड़क का होगा कायाकल्प, कलेक्टर ने 22 सड़कों के निर्माण को मंजूरी दी

रायपुर। खनिज समृद्ध कोरबा जिले में जिला खनिज न्यास (डीएमएफ) की राशि से सड़कों के निर्माण का व्यापक कार्य शुरू होने जा रहा है।

इससे जिले के ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों की संपर्क व्यवस्था बेहतर होगी, जिससे जनता को आवागमन में सुविधा के साथ-साथ सामाजिक और आर्थिक विकास में भी मदद मिलेगी। कलेक्टर अजीत वसंत की अध्यक्षता में हुई बैठक में डीएमएफ से लगभग 143 करोड़ रुपये की लागत से 22 सड़कों के निर्माण को मंजूरी दी गई। ये सड़कें जनप्रतिनिधियों और नागरिकों की मांगों के आधार पर चयनित की गई हैं, ताकि निधि का उपयोग वास्तविक जरूरतों के लिए हो सके।

इनमें झगरहा-कोरकोमा-चचिया मार्ग (29 किमी) के साथ ध्यानचंद चौक से बजरंग चौक तक दो लेन सीसी सड़क, रामपुर से सिरली पहुंच मार्ग, चैतुरगढ़ पर्यटन स्थल हेतु शोल्डर चौड़ीकरण, घिनारा से खुंटाकुड़ा मार्ग समेत कई महत्वपूर्ण मार्ग शामिल हैं। इसके अतिरिक्त पनगवा-जल्के, डोगरी-मुढ़ाली, जमनीपाली-गजरा और सक्ती-कोरबा जैसे अन्य मार्गों को भी सुधारा जाएगा। डीएमएफ का मुख्य उद्देश्य खनन प्रभावित क्षेत्रों में जीवन स्तर को सुधारना है। कोरबा में यह निधि शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के विकास में भी खर्च की जा रही है, लेकिन अब सड़क निर्माण के माध्यम से इसका प्रभाव आम जनता सीधे महसूस करेगी।

कलेक्टर अजीत वसंत ने कहा कि इन सड़कों के बनने से गांव-शहर के बीच संपर्क मजबूत होगा और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। हर गाँव तक पक्की और सुरक्षित सड़क पहुंचाना प्राथमिकता है। यह निर्णय शासन की जनकल्याणकारी सोच का परिचायक है और खनिज संसाधनों से प्राप्त निधि के प्रभावी उपयोग का उदाहरण है। जैसे-जैसे ये सड़कें बनेंगी, कोरबा जिले का विकास और भौगोलिक स्वरूप दोनों में बदलाव आएगा।

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