मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने सीखे वित्तीय प्रबंधन के गुर

रायपुर। छत्तीसगढ़ में सुशासन और वित्तीय अनुशासन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आईआईएम रायपुर में आयोजित चिंतन शिविर 2.0 के पोस्ट लंच सत्र में आज एक महत्वपूर्ण सत्र हुआ। इसमें आईआईएम अहमदाबाद के प्रोफेसर डॉ. रविंद्र ढोलकिया ने “सब्सिडी से सततता: विकास के लिए सार्वजनिक वित्त पर पुनर्विचार” विषय पर प्रस्तुति दी।

डॉ. ढोलकिया ने मंत्रियों और अधिकारियों को वित्तीय प्रबंधन, संसाधनों के कुशल उपयोग, रेवेन्यू कलेक्शन बढ़ाने और पूंजीगत व्यय की अहमियत के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य की सतत विकास दर के लिए पूंजीगत निवेश में वृद्धि अत्यंत जरूरी है।

इस सत्र में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, सभी मंत्रीगण, मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत, सुशासन एवं अभिसरण विभाग के विशेष सचिव रजत बंसल और आईआईएम रायपुर के निदेशक राम काकाणी उपस्थित रहे। यह सत्र राज्य के शीर्ष नेतृत्व को वित्तीय दृष्टिकोण से अधिक प्रभावी नीतियां बनाने में सहायक साबित होगा।

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