आखिर तक लड़ा शख्स और मौत के मुंह से ऐसे खींच लाया..जानिए कैसे मर चुकी पत्नी को एक शख्स ने किया जिंदा

हाल में क्रिसमस (Christmas) की अगली सुबह 32 साल की जेना गुड के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. जेना के पति रस की रात को 3 बजे अचानक आंख खुली तो उन्होंने बगल में लेटी जेना को देखा और उन्हें कुछ अजीब लगा. उन्होंने देखा कि जेना सांस नहीं ले रही थी. रस ने 3 सप्ताह के अपने बच्चे के बगल में मृत पड़ी अपनी पत्नी को सीपीआर देते हुए लाउड स्पीकर पर 999 पर कॉल किया. रस ने बताया कि कुछ ही मिनट में छह पैरामेडिक्स (paramedics) की एक टीम तीन एम्बुलेंसों में पहुंची. वो सांस तो अब भी नहीं ले रही थी लेकिन मुझे बताया गया कि लगातार सीपीआर देकर मैंने ताजा ऑक्सीजन पहुंचाकर उसकी जान बचा ली है. मैं बहुत खुश और हैरान था. जेना को एम्बुलेंस में ले जाने से पहले, पैरामेडिक्स को जेना की धड़कन को फिर से चालू करने के लिए दो बार डिफाइब्रिलेटर (defibrillator) का यूज करना पड़ा.

मौत के बाद भी लगातार देता गया सीपीआर

इंग्लैंड के सरे में स्टेंस की एक माध्यमिक विद्यालय की टीचर जेना ने बताया “हम 15 साल की उम्र से एक साथ हैं, इसलिए एक-दूसरे को बेहतर जानते हैं. इसीलिए जरूर रस के पास सिक्स्थ सेंस रहा होगा जिसने उसे आधी रात को बिना बात जगा दिया. रस ने मुझे हिलाया, लेकिन मैंने कोई जवाब नहीं दिया.घबराकर उसने मुझे फर्श पर खींच लिया और मुझे फिर से सांस लेने के लिए सीपीआर देना शुरू कर दिया. हमारा तीन सप्ताह का बच्चा चार्ली पास सो रहा था और रस अपने फोन के पास पहुंचा, उसने 999 पर कॉल करने के लिए फोन लाउड स्पीकर पर रखा और लगातार मुझे सीपीआर देता रहा. उसने काफी दिमाग से काम किया था.

ब्रेन में कोई डैमेज नहीं हुआ

जेना ने कहा- एंबुलेंस में पहुंचकर सांस आ जाने पर आधी बेहोशी की हालत में मैंने रस से कहा ‘मेरी मदद करो’.चेरत्सी के सेंट पीटर अस्पताल के डॉक्टरों ने जेना के जिंदा बचने को ‘चमत्कारी’ बताया. जेना ने कहा “14 मिनट के लिए हार्ट बीट रुकने के बाद जीवित रहने की संभावना केवल चार प्रतिशत होती है. और शुक्र है कि मेरे ब्रेन में कोई डैमेज नहीं हुआ है.

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