रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि विकसित भारत @2047 के लक्ष्य को साकार करने के लिए समाज के हर वर्ग, विशेषकर दिव्यांगजनों को सशक्त बनाना जरूरी है। मंत्रालय महानदी भवन में समाज कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी दिव्यांगजनों को कौशलयुक्त बनाने के लिए त्वरित कार्ययोजना तैयार की जाए और उसका प्रभावी क्रियान्वयन हो।
मुख्यमंत्री ने वृद्धजनों और दिव्यांगजनों के लंबित पेंशन प्रकरणों के शीघ्र निराकरण के निर्देश देते हुए कहा कि इस कार्य को सेवा-भावना के साथ प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों को उनकी रुचि और क्षमता के अनुसार प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाए। बैठक में बताया गया कि बीते एक वर्ष में राज्यभर में 137 विशेष शिविरों के माध्यम से 7669 दिव्यांगजनों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, जिनमें से 6671 को कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण वितरित किए गए।
मुख्यमंत्री साय ने दिव्यांग, निराश्रित, बुजुर्ग और तृतीय लिंग समुदाय को सभी योजनाओं से जोड़ने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति बिना सहारे के न रहे। तृतीय लिंग समुदाय के पंजीयन की प्रक्रिया, राशन व आयुष्मान कार्ड प्रदान करने के निर्देश भी दिए गए। बैठक में समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई और उनके प्रभावी क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा हुई।