छत्तीसगढ़ में आज से स्कूलों की रौनक लौटी, बच्चों का तिलक व मिठाई से स्वागत

सरकार का दावा – अब राज्य में शिक्षकविहीन कोई स्कूल नहीं

रायपुर। छत्तीसगढ़ में ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद आज से सभी स्कूल खुल गए। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, जगदलपुर, रायगढ़ समेत प्रदेशभर में स्कूली बच्चों का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। बच्चों को तिलक लगाकर और मुंह मीठा कराकर स्कूल में प्रवेश दिलाया गया। यह स्वागत “शाला प्रवेश उत्सव” के तहत किया जा रहा है, जिसका मुख्य आयोजन 20 जून को जिला स्तर पर होगा।

राज्य सरकार ने दावा किया है कि अब प्रदेश में एक भी ऐसा स्कूल नहीं है जो शिक्षकविहीन हो। हाल ही में किए गए युक्तियुक्तकरण के तहत 212 प्राथमिक और 48 पूर्व माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। पहले 6872 प्राथमिक और 255 पूर्व माध्यमिक विद्यालय केवल एक शिक्षक पर निर्भर थे, जबकि 211 स्कूल ऐसे थे जिनमें छात्र नहीं थे पर शिक्षक पदस्थ थे। अब 166 स्कूलों का समायोजन किया गया है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेश के सभी जनप्रतिनिधियों को पत्र लिखकर शाला प्रवेश उत्सव में सक्रिय भागीदारी की अपील की है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और शत-प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करने के लिए यह उत्सव एक महत्वपूर्ण कदम है।

सीएम ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य स्कूल छोड़ने की दर को शून्य तक लाना है। “मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान” की शुरुआत की जा रही है, जिसके तहत सरकारी स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता को सुधारने पर जोर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।

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