बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के राजपुर ब्लॉक के ग्राम भेस्की में विशेष संरक्षित जनजाति (PVTG) समुदाय के सदस्य की जमीन की फर्जी बिक्री के मामले में तहसीलदार यशवंत कुमार को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई एसडीएम की जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई है।
मामला दिसंबर 2024 का है, जब भेस्की निवासी पहाड़ी कोरवा समुदाय के भइरा कोरवा की जमीन को पटवारी की मिलीभगत से सामान्य वर्ग के व्यक्ति के नाम पर रजिस्ट्री करा दी गई। इसके बाद 22 अप्रैल को भइरा कोरवा ने आत्महत्या कर ली। उनकी मौत के बाद ग्रामीणों ने प्रशासन से कार्रवाई की मांग की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
जनवरी 2025 में शिकायत मिलने पर एसडीएम ने जांच शुरू की। जांच में पाया गया कि तत्कालीन तहसीलदार यशवंत कुमार और प्रभारी उप पंजीयक ने नियमों का उल्लंघन करते हुए जमीन की बिक्री की अनुमति दी। इसके बाद कमिश्नर ने उन्हें निलंबित कर दिया और रजिस्ट्री को निरस्त करने के निर्देश दिए।
मामले में अब तक सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिनमें तहसीलदार, पटवारी और अन्य आरोपी शामिल हैं। मुख्य आरोपी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। यह घटना प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्टाचार की ओर इशारा करती है, जिससे आदिवासी समुदाय के अधिकारों का उल्लंघन हुआ है। स्थानीय लोगों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।