रायपुर। रायपुर में अवैध प्लाटिंग को लेकर नगरीय प्रशासन मंत्री एवं उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने विधानसभा में बड़ा खुलासा किया है। मंगलवार को विधानसभा सत्र के दौरान पूछे गए एक लिखित प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि राजधानी के 15 स्थानों पर अवैध प्लाटिंग की शिकायतें मिली थीं। इन सभी स्थानों के खसरों में रजिस्ट्री पर रोक लगाने के लिए जिला पंजीयक रायपुर को पत्र भेजा गया है।
इसके साथ ही, 14 स्थानों पर एफआईआर दर्ज कराने के लिए संबंधित थानों को पत्र भेजे गए हैं। अब तक तीन प्रकरणों में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि हीरापुर, अटारी, गोकुल नगर, रामकृष्ण परमहंस वार्ड और एपीजे अब्दुल कलाम वार्ड जैसे क्षेत्रों में अवैध प्लाटिंग की शिकायतें सामने आई थीं।
विधानसभा में रायपुर पश्चिम के विधायक राजेश मूणत ने इस विषय पर सवाल उठाया था। उनके सवाल के जवाब में मंत्री साव ने बताया कि वीर सावरकर वार्ड क्रमांक 01 सहित कुल 15 स्थानों पर अवैध प्लाटिंग की पुष्टि हुई है। इनमें से 8 स्थानों के खसरों पर अपर कलेक्टर रायपुर द्वारा भूमि के क्रय-विक्रय पंजीयन पर भी रोक लगा दी गई है।
राज्य सरकार की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि अवैध प्लाटिंग करने वालों पर सख्त कदम उठाए जाएंगे। यह निर्णय आम नागरिकों के हित और शहर की योजनाबद्ध विकास प्रक्रिया को सुरक्षित रखने की दिशा में एक मजबूत प्रयास माना जा रहा है। अवैध प्लाटिंग से संबंधित अन्य मामलों की भी जांच की जा रही है।