मुंबई। देश की आर्थिक विकास दर के नये वित्त वर्ष में आठ से साढ़े आठ प्रतिशत तक रहने के अनुमान से उत्साहित निवेशकों की चौतरफा लिवाली के बल पर आज शेयर बाजार झूम उठा।
संसद में सोमवार को पेश आर्थिक समीक्षा 2021-22 में वित्त वर्ष 2022-23 में देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की विकास दर आठ से 8.5 रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है। साथ ही वैश्विक बाजार में भी तेजी लौट गई है। इससे निवेशकों की निवेश धारणा मजबूत हुई, जिसके बल पर बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 813.94 अंक की छलांग लगाकर 58 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 58014.17 अंक और नेशनल स्टाॅक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 237.90 अंक उछलकर 17339.85 अंक पर पहुंच गया।
दिग्गज कंपनियों की तरह बीएसई की छोटी और मझौली कंपनियों में भी निवेशकों ने जमकर लिवाली की। इसकी बदौलत मिडकैप 1.76 फीसदी की तेजी के साथ 24,613.01 अंक और स्मॉलकैप 0.99 फीसदी चढ़कर 29,226.73 अंक हो गया। इस दौरान बीएसई में कुल 3686 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 1861 में लिवाली जबकि 1674 में बिकवाली हुई वहीं 151 में कोई बदलाव नहीं हुआ। एनएसई में 44 कंपनियों के शेयर हरे जबकि छह के लाल निशान पर रहे।
धातु समूह की मामूली गिरावट को छोड़कर बीएसई के 18 समूहों में तेजी रही। रियल्टी समूह ने सबसे अधिक 3.17 फीसदी का मुनाफा कमाया। इसके अलावा सीडीजीएस 1.79, ऊर्जा 1.83, एफएमसीजी 0.71, वित्त 0.92, हेल्थकेयर 1.12, इंडस्ट्रियल्स 1.27, आईटी 2.70, दूरसंचार 1.32, ऑटो 1.76, बैंकिंग 0.72, कैपिटल गुड्स 0.97, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 2.50, तेल एवं गैस 1.41, पावर 0.53 और टेक समूह के शेयर 2.54 फीसदी मजबूत रहे।
वैश्विक बाजार में तेजी रही। इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएसई 0.08, जर्मनी का डैक्स 1.13, जापान का निक्केई 1.07 और हांगकांग का हैंगसैंग 1.07 प्रतिशत चढ़ गया जबकि चीन के शंघाई कंपोजिट में 0.97 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।