नीची जाति के शादी कार्यक्रम में शामिल होने पर सामाजिक बहिष्कार, पीड़ितों ने कलेक्टर से कर दी शिकायत

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मनीष@बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर के करीब बसे ग्राम मोछ मैं कुर्मी समाज के कुछ लोगों ने अपने ही समाज के एक परिवार का पूरी तरीके से सामाजिक बहिष्कार कर दिया है। पीड़ित परिवार को किसी भी सामाजिक कार्यक्रम में शामिल नहीं होने दिया जा रहा है, इसके उल्टे उन्हें बेइज्जत करके सामाजिक कार्यक्रमों से बाहर निकाल दिया जाता है, इस परिवार के सभी सदस्यों से बातचीत बंद है, और समाज के किसी भी व्यक्ति ने इनसे कोई सरोकार रखने से इंकार कर दिया है, यही कारण है कि अब इन्होंने बिलासपुर कलेक्टर सौरभ कुमार से सीधे ही इस पूरे मामले की शिकायत की है, और दोषियों के खिलाफ नामजद शिकायत करते हुए ठोस कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने जिस भारत का सपना देखा था निश्चित ही यह वह भारत नहीं है। सामाजिक एकता, ऊंच-नीच के फर्क किए बगैर आपसी प्रेम और भाईचारे का संदेश देने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रतिमा के ठीक नीचे खड़े यह लोग, सामाजिक बहिष्कार का शिकार हो चुके हैं। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर के गरीब ग्राम मोछ मैं रहने वाले इन लोगों ने अपने ही कुर्मी समाज के कथित सामाजिक ठेकेदारों के खिलाफ नामजद शिकायत की है उन्होंने बताया कि किस तरह से एक नीची जाति के शादी कार्यक्रम और उसके बारात में शामिल हो जाने की वजह से इनका सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया है और अब इन्हें इन्ही के समाज के किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं होने दिया जाता है परिवार के सदस्यों से बातचीत बंद है और अगर फिर भी किसी कार्यक्रम में यह चले जाते हैं तो इन्हें हाथ पकड़ कर बेइज्जत करते हुए कार्यक्रम के बाहर निकाल दिया जाता है इस बात से क्षुब्ध होकर पीड़ित परिवार ने मंगलवार को बिलासपुर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर सीधे बिलासपुर कलेक्टर सौरभ कुमार से इस पूरे मामले की शिकायत की है। इनका कहना है कि कथित तौर पर उन लोगों के नामजद शिकायत इसलिए किए गए हैं ताकि, जिला प्रशासन और पुलिस तत्काल इन लोगों के खिलाफ ठोस कानूनी कार्यवाही करें। बहरहाल जिला प्रशासन के अधिकारियों ने इनकी शिकायत जरूर ले ली है, लेकिन किस तरह के ठोस कानूनी कार्रवाई इस पूरे मामले में की जा सकती है..!? इस पर बोलने के लिए फिलहाल कोई प्रशासनिक अधिकारी तैयार नहीं है।

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