रेलवे केंद्रीय अस्पताल में डॉक्टरों की कमी, मरीज और परिजन परेशान….जानिए रेल प्रशासन ने क्या कहा

हृदेश केसरी@बिलासपुर। रेलवे केंद्रीय अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के कारण मरीज और उनके परिजन परेशान हो रहे हैं, जबकि रेल प्रशासन और सत्ताधारी यूनियन का दावा है कि डॉक्टर की नियुक्ति की गई है। इलाज के लिए सभी प्रकार के डॉक्टर की नियुक्ति की गई है जबकि अस्पताल में डॉक्टर चेंबर से नदारद रहते हैं। मरीज को बाहर में इलाज करना पड़ रहा है।

सूत्रों के मुताबिक जो डॉक्टर सेवा भाव से मरीजों का इलाज करते थे। उनको हटा दिया गया है। क्योंकि रेल प्रशासन से उन डॉक्टरों का तालमेल नहीं बैठा है। इस कारण उनका तबादला कर दिया गया या उनका कांटेक्ट बेस खत्म कर दिया गया। जबकि सत्ता धारी मजदूर कांग्रेस का कहना है कि रेल प्रशासन और रेलवे बोर्ड से कर्मचारियों को इलाज के लिए शहर में 15 बड़े हॉस्पिटलों को अनुबंध कराया गया है। जहां कर्मचारियों का इलाज हो पा रहा है। मगर शहर के अपोलो हॉस्पिटल में रेलवे का अनुबंध समाप्त हो चुका है परंतु रेलवे दोबारा अनुबंध करने का प्रयास नहीं कर रहा है। रेलवे कर्मचारी एवं परिवार इलाज को लेकर परेशान हो रहे हैं जबकि रेलवे हॉस्पिटल में हर प्रकार की इलाज के लिए उपकरण मौजूद है परंतु डॉक्टर के अभाव के कारण कर्मचारी परेशान हो रहे हैं ।

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