दुर्ग. देवेंद्र चौधरी 15 अगस्त को घूमने गया था। फिर नदी के तेज बहाव में बह गया. जिसकी 6 दिनों से तलाश जारी है, लेकिन कोई अहम सुराग हाथ नहीं लग पाया है. इतनी खोजबीन के बाद भी युवक के न मिलने के बाद प्रशासन ने हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद भी सुमन की सच की तलाश खत्म नहीं हुई। वह शासन प्रशासन से मदद की मांग कर रहीं है कि उसके भाई की तलाश की जाए।
जानकारी के मुताबिक सुमन चौधरी अपनी पढ़ाई छोड़कर अपने भाई की तलाश कर रहीं है। हर रोज़ नंदिनी थाना के सगनी घाट (कोड़िया) जाकर अपने भाई के बारे में लोगों से पूछताछ कर रही है। यह वही घाट है जहां सुमन का बड़ा भाई 28 साल देवेंद्र चौधरी 15 अगस्त को घूमने गया था। इसके बाद उसके दोस्त ने घरवालों को बताया कि देवेंद्र नदी के तेज बहाव में बह गया है। सुमन को भाई की हत्या का संदेह था और प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग की है। मिली जानकारी के अनुसार, मोहल्ले में रहने वाला देवेंद्र चौधरी का दोस्त निजामुद्दीन उनके घर आया। उसने बताया कि देवेंद्र सगनी घाट में नदी के तेज बहाव में बह गया है। उसका कहना है कि, वह लोग सगनी घाट में निर्माणाधीन ब्रिज के ऊपर चढ़कर 20-25 फिट की ऊंचाई से बाढ़ का वीडियो बना रहे थे। अचानक उसने देखा कि देवेंद्र नदी में गिर गया है और तेज बहाव में बह गया है। इस बात को सुनकर घर वाले घबरा गए। वह सीधे छावनी थाने पहुंचकर नंदिनी थाने में सूचना दे दी। इसके बाद एसडीआरएफ की टीम ने नदी में सर्चिंग किया और अब अपने हाथ भी खड़े कर चुकी है। इसके बाद भी सुमन की सच की तलाश खत्म नहीं हुई। वह शासन प्रशासन से मदद की मांग कर रहीं है कि उसके भाई की तलाश की जाए।
बहन ने बताया भाई के मोबाइल से मैसेज हुआ वायरल
इस घटना के बाद देवेंद्र चौधरी के मोबाइल से एक मैसेज वायरल हो रहा है। उस मैसेज में देवेंद्र की ओर से लिखा गया है कि उसने अमित सोनी, प्रदीप सेन के साथ मिलकर 26 लाख रुपए का ड्रिंकिंग वाटर सिस्टम के इंस्टालेशन का काम लिया था। उसमें देवेंद्र को काफी घाटा हुआ। पैसा वापस करने का उस पर दबाव बनाया जा रहा है। इसके बाद वह कलेक्ट्रेट पहुंचकर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू से मिलकर उसके भाई को खोजने के लिए गुहार लगाई। गृहमंत्री ने एनडीआरएफ से खोजबीन कराने का आश्वासन दिया है।