Gariyaband: कोटवारों ने बेच दी 50 गांवों की 220 एकड़ जमीन, मामले में एसडीएम ने कहा होगा नामान्तरण रद्द

रवि तिवारी@देवभोग ।  (Gariyaband) सेवा भूमि के नाम पर कोटवारों के नाम पर चढ़ाई गयी जमीन को कोटवारों ने बेच दिया है। देवभोग ब्लॉक के करीब 50 गॉव में 88.17 हेक्टेयर की 220 एकड़ कोटवारी जमीन बिक गयी है। यहां बताते चले कि तहसील में मौजूद हल्का पटवारी संख्या में दर्ज जमीन की बंदरबाट करते हुए  सरकारी खाते से 220 एकड़ जमीन दूसरों को बेच दी गयी है।(Gariyaband)  कोटवारी जमीन के निजी भूस्वामियों की बड़ी रिपोर्ट की जानकारी आने के बाद प्रशासनिक अमला भी पूरी तरह से हरकत में आ गया है। मामले में एसडीएम ने संबंधित कोटवारों को नोटिस जारी कर जवाब तलब भी किया है।

कोटवारी जमीन में बन गयी बड़ी-बड़ी इमारतें

(Gariyaband) यहां बताते चले कि देवभोग ब्लॉक के कई ऐसे कोटवारी जमीन है,जहां बड़ी-बड़ी इमारते बनकर तैयार हो गयी है। वही कुछ कोटवारी जमीनों में बड़े-बड़े काम्प्लेक्स भी तन गए है। यहां बताते चले कि 2003 में कोटवारों ने हाई कोर्ट के आदेश का हवाला देकर खुद को भू स्वामी बताकर कोटवारी जमीन दूसरे को बेची थी।

इन गॉवों की बिक गयी कोटवारी जमीन

 मामले में एसडीएम कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार धौराकोट,झिरिपानी,दहिगॉव, कोसमकानी,नवागुड़ा,माडागॉव, ख़्वासपारा, कोडकीपारा,बरही,दिवानमुडा, मोटरापारा, खोखसरा,भतराबहाली,मूंगिया, कुर्मिबासा,मुरलीगुड़ा, केंदुपाठि,गिरसुल,मुड़ागॉव,सिनापाली,कुम्हड़ईकला,कोदोबेड़ा, पुरनापानी,झाखरपारा,दरलीपारा, चिचिया,नवागॉव, मुरगुड़ा,बाडीगॉव, गोहरापदर, लाटापारा,देवभोग,घूमरगुड़ा, बरकानी,मुंगझर,सोनामुदी, रोहनागुड़ा, झाराबाहाल,डोहेल और मोखागुड़ा कि 220 एकड़ कटवारी जमीन कोटवारों ने बेच दी है।

मामले में देवभोग एसडीएम अनुपम आशीष टोप्पो ने बताया कि प्रकरण पहले से ही दर्ज था।  हाई कोर्ट का स्टे आने के बाद मामले में कार्रवाई रुक गयी थी।

पुनः इस मामले में शासन से आदेश मिलने के बाद नोटिस जारी कर संबंधित कोटवारों से जवाब तलब किया गया है। वही तैयार सूची के अनुसार आगामी दिनों में नामांतरण रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी।

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