मीनू साहू@बालोद. छत्तीसगढ़ में अधिकारी कर्मचारी के साथ-साथ अब सरपंच भी अपनी मांगों को लेकर सत्याग्रह आंदोलन शुरू कर दिया है. बालोद सरपंच संघ के अध्यक्ष अरुण साहू ने बताया कि प्रजातांत्रिक तरीके से तेरह सूत्रीय मांग को लेकर सरकार को निवेदन पत्र सौपे हैं। जिसमें प्रमुख रूप से मानदेय को बढ़ाकर बीस हजार करने ,प्रतिवर्ष सरपंच निधि के रूप में दस लाख रुपए देने ,धारा चालीस और अविश्वास प्रस्ताव जैसी प्रक्रिया का दुरुपयोग बंद करने जैसे अन्य मांगे शामिल है।
उनका कहना है कि जब तक मांग पूरा नहीं होगा तब तक धरने में बैठे रहेंगे जिला मुख्यालय स्थित शहीद वीर नारायण सिंह बस स्टैंड प्रदर्शन स्थल पर भाजपा नेता जगदीश देशमुख और असवन बारले ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीते दस अगस्त को राजधानी रायपुर में सांकेतिक रूप से मांगे पूरा करने की चेतावनी दी गई थी लेकिन इसके बाद भी शासन ने इसकी मांगो को पूरा करने के लिए कोई पहल नही किया है लोकतंत्र में पंचायत अहम कड़ी है जिसके कर्ताधर्ता सरपंचों की समस्त मांगे जायज व जनहितैषी है। जिसे कांग्रेस सरकार को मानना चाहिए।