रायपुर में धर्मांतरण के आरोप पर बवाल, 3 हिरासत में; थाना परिसर में मसीही धर्म को मानने वाले लोगों से मारपीट

रायपुर। रायपुर में धर्मांतरण को लेकर एक बार फिर विवाद भड़क गया। रविवार सुबह सरस्वती नगर थाना क्षेत्र के कुकुर बेड़ा में हिंदू संगठनों ने एक मकान का घेराव किया। आरोप है कि मसीही समाज के लोग प्रार्थना सभा की आड़ में पैसे का लालच देकर धर्म परिवर्तन करा रहे थे। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और एक महिला सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया।

पुलिस जब संदिग्धों को पूछताछ के लिए थाने लाई, तो सरस्वती नगर थाना परिसर में ही कुछ लोगों ने उनकी पिटाई कर दी। पुलिस ने हस्तक्षेप कर उन्हें भीड़ से बचाया और आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करने की बात कही। मोहल्लेवासियों का कहना है कि इस घर में लंबे समय से धर्मांतरण की गतिविधियां चल रही थीं। एक स्थानीय निवासी अजय नेताम ने आरोप लगाया कि उनके भतीजे का ब्रेनवॉश कर उसे यीशु की पूजा के लिए प्रेरित किया गया।

वहीं, 12वीं की एक छात्रा ने बताया कि बच्चों को 3,300 देकर धर्म परिवर्तन के लिए कहा जाता था, लेकिन उसने मना कर दिया। बजरंग दल के सदस्य अमर दीप शर्मा ने दावा किया कि संगठन ने किसी से मारपीट नहीं की, बल्कि मोहल्ले के लोगों को रोकने की कोशिश की। घटना के बाद इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ वर्षों से धर्मांतरण को लेकर हिंदू और ईसाई समाज के बीच टकराव बढ़ा है। 25 जुलाई को दुर्ग रेलवे स्टेशन से दो मिशनरी सिस्टर्स की गिरफ्तारी हुई थी, जिस पर संसद तक बहस हुई थी। आंकड़ों के अनुसार 2021 से अब तक ऐसे 102 टकराव हो चुके हैं, जिनमें 44 FIR दर्ज हुई हैं, जबकि पिछले एक वर्ष में ही 23 मामले दर्ज हुए। कोरबा, बलरामपुर, महासमुंद, दुर्ग और बिलासपुर इस विवाद के प्रमुख हॉटस्पॉट माने जा रहे हैं।

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