दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) 27 सितंबर 2025 को अपने अस्तित्व के 100 वर्ष पूरे होने पर शताब्दी समारोह का आयोजन करेगा। इस अवसर पर देश-विदेश से कई गणमान्य अतिथियों को आमंत्रित किया जाएगा, लेकिन गेस्ट लिस्ट से पाकिस्तान, तुर्किये और बांग्लादेश को बाहर रखा गया है।
शताब्दी समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए 26 अगस्त को सरसंघसंचालक मोहन भागवत दिल्ली में तीन दिवसीय बैठक करेंगे। इसमें आयोजन की रूपरेखा, गेस्ट लिस्ट और कार्यक्रमों पर चर्चा होगी। समारोह में पिछड़े वर्ग के प्रतिनिधियों, खेल, कला, मीडिया और धार्मिक जगत की कई हस्तियों के शामिल होने की संभावना है।
RSS इस आयोजन में ‘पंच परिवर्तन’ पर विशेष फोकस करेगा, जिसमें सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी आचरण और नागरिक कर्तव्य जैसे पांच प्रण शामिल हैं। मोहन भागवत कोलकाता, बेंगलुरु और मुंबई में भी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे।
RSS के प्रचार प्रमुख सुनील अंबेकर के मुताबिक, मेहमानों की सूची 17 मुख्य श्रेणियों और 138 उपश्रेणियों में विभाजित की गई है। इसमें सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक, खेल, कला और मीडिया जगत के प्रमुख लोगों को आमंत्रित किया जाएगा। उनका कहना है, “हमारा उद्देश्य देश के विकास में सभी वर्गों को साथ लेकर चलना है।”
सूत्रों के अनुसार, RSS कई देशों के दूतावासों से संपर्क में है, लेकिन पाकिस्तान, तुर्किये और बांग्लादेश को निमंत्रण नहीं भेजा जाएगा। यह निर्णय संगठन की विदेश नीति और विचारधारा के अनुरूप लिया गया है। शताब्दी समारोह को भव्य बनाने की योजना है और इसमें भारतीय सांस्कृतिक विरासत, उपलब्धियों और समाज में RSS की भूमिका को प्रदर्शित किया जाएगा।