तस्वीर में अपनों को ढूंढ रहे परिजन, 40 घंटे गुजर गए, अबतक नहीं हो सकी है 200 शवों की पहचान,

बेलासोर। ओडिशा में हुए दर्दनाक रेल हादसे में अभी तक 288 लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच ओडिशा सरकार ने कहा है कि 200 से अधिक शव ऐसे हैं जिनकी अभी तक पहचान नहीं हो सकी है. हादसे में मारे गए लोगों की तस्वीरें टेबल में रखी गई हैं और लोगों के तस्वीरों के जरिए अपने मृतक परिजनों की पहचान कर रहे हैं. मारे गए बहुत सारे यात्री प्रवासी मजदूर थे इसलिए उनके परिवार धीरे-धीरे ओडिशा पहुंच रहे हैं. जो परिवार फिलहाल ओडिशा में नहीं हैं उनकी मदद के लिए ओडिशा सरकार ने तीन वेबसाइटों पर मृतकों की तस्वीरें अपलोड की हैं. शव तेजी से सड़ रहे हैं, जिससे पहचान करना मुश्किल हो रहा है.

केवल कोरोमंडल एक्सप्रेस हुई दुर्घटनाग्रस्त: रेलवे बोर्ड

रेलवे बोर्ड ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हादसे पर विस्तार से जानकारी दी. रेलवे बोर्ड की सदस्य जया वर्मा सिन्हा ने बताया, ‘बालासोर दुर्घटना पर रेलवे बोर्ड ने कहा कि दुर्घटना के समय सभी सिग्नल ग्रीन थे. रेलगाड़ियां अपनी तय स्पीड पर चल रही थीं. कोरोमंडल 128 की स्पीड तथा हावड़ा एक्सप्रेस 126 की स्पीड से चल रही थी, यानि कोई ओवरस्पीड नहीं थी. दुर्घटना केवल कोरोमंडल एक्सप्रेस की हुई है और वो क्षतिग्रस्त हुई है. ये एलएचबी ट्रेन है जो बहुत ही सेफ ट्रेन है, अगर इस तरह  इसके कोचेच टर्टल नहीं होते हैं और लोग ज्यादा चोटिल नहीं होते हैं. लेकिन यहां मामला कुछ और था. यहां ट्रेन मालगाड़ी से टकरा गई जिसकी वजह से बड़ी संख्या में घायल हो गए और बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गई. यशवंतपुर एक्सप्रेस लगभग निकल ही गई थी कि उसके आखिरी दो डिब्बे भी इस ट्रेन की चपेट में आ गए, जिसकी वजह से कुछ लोग घायल हुए और कुछ की मौत हुई.’

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