नितिन@रायगढ़. बीते कल हुए NH 49 में हुए हादसे की वजह से एक 32 गरीब युवक डमरू महंत की मौके पर मौत हो गई थी। जबकि उसका साथी और बाइक चालक मनोज चौहान बुरी तरह से आहत हो गया था। सुबह जब मृतक के परिजन जब पोस्टमार्टम के बाद युवक का शव लेने जिला अस्पताल आए तो उन्हें मालूम चला कि प्रशासन से गरीब परिवार को किसी तरह की सहायता नही मिल रही है। न ही दुर्घटना कारीत वाहन का मालिक किसी तरह की मदद कर रहा है। इस बात से वो नाराज हो गए और मृतक का शव लेने से इंकार करते हुए अस्पताल परिसर में ही विरोध पर उतर आए।
मृत युवक के रिश्ते के भाई और नगर शिव सैनिक विमल महंत ने फोन पर बताया कि मृतक़ डमरू बहुत ही व्यवहार कुशल युवक था। वह ड्राइवरी करके परिवार का पालन पोषण कर रहा था। उस पर अपनी एक वृद्ध मां सहित पत्नि और दो मासूम बच्चों की जिम्मेदारी थी। कल हुई घटना में उसकी मौत हो जाने के बाद उसका गरीब परिवार असहाय हो गया है।
हमारी शासन से मांग है कि मृतक़ के क्रिया-कर्म के लिए उसे शासन से मिलने वाली तत्कालिक सहायता राशि 25 हजार रु तुरन्त दिया जाए। साथ ही घटना कारित करने वाले वाहन इको स्पोर्ट क्रमांक cg 13 AD 7151 के मालिक से दो लाख रु की अतिरक्ति सहायता राशि शासन द्वारा दिलवाई जाए। ताकि मृतक़ का गरीब असहाय परिवार दर दर की ठोकर खाने पर मजबूर न हो पाए।
श्री महंत ने यह भी बताया कि मृतक़ के परिजन और पड़ोसी उक्त मांग की पूर्ति न होने तक अस्पताल परिसर में ही विरोध प्रदर्शन करते हुए पोस्टमार्टम के बाद शव को घर नही ले जाएंगे।।
विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलने पर तहसीलदार रायगढ अस्पताल पहुंचे उन्होंने नाराज परिजनों को समझाईस देते हुए विरोध प्रदर्शन स्थगित करने की सलाह दी साथ ही परिजनों को 25 हजार रु की तात्कालिक सहायता राशि प्रदान की।
प्रशासन की तरफ से तहसीदार ने आश्वस्त किया कि कुछ दिनों की प्रक्रिया के बाद पीड़ित परिवार को शासन से अतिरिक्त सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
वही जिला अस्पताल चौकी पुलिस ने घटना के विषय में पूरी जानकारी दी।
विजुवल .. जिला अस्पताल रायगढ़