नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आम जनता को बड़ी राहत देते हुए लगातार तीसरी बार रेपो रेट में कटौती की है। मौद्रिक नीति समिति (MPC) की 6 जून को समाप्त हुई बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने घोषणा की कि रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट की कटौती की गई है। अब यह दर 6% से घटकर 5.50% पर आ गई है।
इस कदम से होम, ऑटो और अन्य लोन की EMI में सीधा असर पड़ेगा, जिससे लोन लेने वालों को अब हर महीने कम रकम चुकानी होगी। उदाहरण के लिए, 50 लाख रुपये के होम लोन पर 30 साल की अवधि में 9% ब्याज दर के हिसाब से ईएमआई 40,231 रुपये होती है, जो अब घटकर लगभग 38,446 रुपये रह जाएगी। यानी हर माह लगभग 2000 रुपये की बचत। आरबीआई ने SDF रेट को 5.75% से घटाकर 5.25% और MSF रेट को 6.25% से घटाकर 5.75% कर दिया है। इसके साथ ही कैश रिजर्व रेशियो (CRR) को भी 4% से घटाकर 3% कर दिया गया है।
गवर्नर मल्होत्रा ने इस निर्णय को आर्थिक विकास को गति देने वाला कदम बताया। उन्होंने बताया कि भारत निवेश के लिए पसंदीदा देश बना हुआ है और विदेशी मुद्रा भंडार 691.5 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। इसके साथ ही आरबीआई ने मौद्रिक नीति रुख को ‘Accommodative’ से बदलकर अब ‘Neutral’ कर दिया है, जिससे संकेत मिलता है कि आगे ब्याज दरों में स्थिरता देखी जा सकती है। यह निर्णय महंगाई दर को 3.7% पर सीमित रखने और आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने की दिशा में उठाया गया है।