रायपुर। जल संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय पहल के लिए छत्तीसगढ़ का राजनांदगांव जिला देशभर में नई पहचान बना रहा है। जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा घोषित राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2024 में राजनांदगांव को ईस्ट जोन के बेस्ट डिस्ट्रिक्ट के रूप में चयनित किया गया है। यह सम्मान राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा 18 नवम्बर को प्रदान किया जाएगा।
यह पुरस्कार जिले में जल संरक्षण, संवर्धन और जनभागीदारी आधारित सतत विकास कार्यों के लिए दिया जा रहा है। शासन, प्रशासन, जनप्रतिनिधियों, महिला समूहों, विद्यार्थियों और उद्योगपतियों के सामूहिक प्रयासों से “मिशन जल रक्षा” को एक जनआंदोलन का स्वरूप मिला है। गांवों से लेकर शहरों तक नागरिकों ने “जल ही जीवन है, जल है तो कल है” के संदेश को अपनाते हुए वर्षा जल संचयन, भू-जल पुनर्भरण और फसल चक्र परिवर्तन जैसे कार्य किए हैं।
महिला स्वसहायता समूहों ने “नीर और नारी जल यात्रा” अभियान के माध्यम से व्यापक जनजागरूकता फैलाई। पद्मश्री फूलबासन बाई यादव ने स्वयं इस मुहिम को बल प्रदान किया। साथ ही विद्यार्थियों ने रैलियों और प्रतियोगिताओं के माध्यम से समाज को जल संरक्षण के लिए प्रेरित किया।
राजनांदगांव में जीआईएस आधारित योजनाएँ, रिचार्ज संरचनाएँ, फार्म पॉन्ड, और तालाब पुनर्जीवन जैसे कार्यों को प्राथमिकता दी गई है। सामुदायिक सहयोग से संभव हुए इन प्रयासों ने जिले को राष्ट्रीय स्तर पर मॉडल के रूप में स्थापित किया है। यह सम्मान न केवल राजनांदगांव की उपलब्धि है, बल्कि देशभर के लिए जनभागीदारी आधारित सतत जल प्रबंधन का प्रेरक उदाहरण भी है।
