राजनांदगांव। (Rajnandgaon) दिल्ली की सीमा पर आंदोलनरत किसानों के देशव्यापी चक्का जाम के आह्वान को समर्थन देते हुए आज राजनांदगांव नेशनल हाईवे पर भी किसान संगठन व कांग्रेस द्वारा चक्का जाम किया गया।
(Rajnandgaon) तीन कृषि कानून को काला कानून बताते हुए इस कानून को वापस लेने के लिए दिल्ली की सीमा पर लगभग 3 माह से आंदोलन कर रहे हैं किसानों ने 6 फरवरी को देशव्यापी चक्का जाम का आह्वान किया था, इस चक्का जाम को कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों ने अपना समर्थन दिया।
(Rajnandgaon) राजनांदगांव में भी जिला किसान संघ के द्वारा दिल्ली किसान आंदोलन को समर्थन देते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्का जाम किया गया। चक्का जाम से पूर्व किसानों ने नेशनल हाईवे के समीप सभा की।
किसानों के चक्का जाम करने से पूर्व ही कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए और किसानों के आंदोलन को समर्थन देते हुए चक्का जाम शुरू कर दिया। सभा करने के बाद किसान संगठन भी सड़क पर उतरा और चक्का जाम किया गया। इस दौरान कांग्रेस के लोग भी किसानों के साथ शामिल होकर सड़क पर बैठ गए।
चक्काजाम को समर्थन देते हुए राजनंदगांव की महापौर हेमा देशमुख, राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य हफीज खान सहित विभिन्न कांग्रेसी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तीनों कृषि कानून को वापस लेने की मांग की है, वहीं जिला किसान संघ के संयोजक सुदेश टीकम ने कहा कि जब तक यह काला कानून वापस नहीं लिया जाता, तब तक किसान संगठन आंदोलन करेगा।
किसानों के चक्का जाम के आह्वान को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। चक्का जाम के दौरान नेशनल हाईवे पर लगभग 3 घंटे तक वाहनों की लंबी कतार लगी रही, वही एंबुलेंस को भी बमुश्किल रास्ता मिल पाया।