राजनांदगांव। (Rajnandgaon) समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के अंतिम दिन आज राजनांदगांव जिले में 98 प्रतिशत से अधिक पंजीकृत किसानों ने अपनी धान की उपज विभिन्न सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से बेची है। इस वर्ष राजनांदगांव जिले में निर्धारित लक्ष्य से लगभग 5 लाख क्विंटल धान की अधिक खरीदी हुई है।
132 सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से 139 धान खरीदी केंद्र
(Rajandgaon) राज्य शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए राजनांदगांव जिले के 132 सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से 139 धान खरीदी केंद्र बनाए गए थे। वहीं धान बेचने के लिए जिले में 1 लाख 95 हजार 7 सौ 26 किसानों ने अपना पंजीयन कराया था। (Rajandgaon) 139 सेवा सहकारी समिति के माध्यम से राजनांदगांव जिले के 1 लाख 85 हजार 7 सौ 78 से अधिक किसानों ने अपना धान बेचा है।
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5 लाख से अधिक क्विंटल धान की खरीदी
राजनंदगांव जिले में पंजीकृत किसानों से धान खरीदी के लिए 70 लाख 50 हजार क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। वहीं इस लक्ष्य से अधिक लगभग 75 लाख 6 हजार क्विंटल धान की खरीदी बीते गुरुवार तक की जा चुकी है। इस लिहाज से इस वर्ष लक्ष्य को भेदते हुए 5 लाख से अधिक क्विंटल धान की खरीदी की गई है। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के सीईओ सुनील कुमार का कहना है कि छत्तीसगढ़ शासन की मंशानुरूप पंजीकृत किसानों से धान की खरीदी लक्ष्य से अधिक की गई है।\
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धान खरीदी के टूटे सभी रिकॉर्ड
धान खरीदी में इस वर्ष प्रदेश में खरीदी के सारे रिकॉर्ड टूटे हैं, राजनांदगांव जिले में भी 20 वर्ष के रिकॉर्ड के मुकाबले इस वर्ष सबसे अधिक धान खरीदी की गई है। वहीं गत वर्ष के की तुलतना में इस वर्ष 8 लाख क्विंटल से अधिक धान खरीदा गया है।
राजनांदगांव जिले में 90 प्रतिशत धान की खरीदी
जिले में पंजीकृत 1 लाख 95 हजार 7 सौ 26 किसानों में से लगभग 7 हजार 500 किसान अपना धान विभिन्न कारणों से नहीं बेच पाए हैं, पंजीकृत सैकड़ों किसान धान खरीदी केंद्र तक पहुंचे भी नहीं है। छत्तीसगढ़ प्रदेश सहित राजनांदगांव जिले में भी बारदाने के संकट के बीच भी यहां लक्ष्य से अधिक धान की खरीदी की गई है। जिले में 52 लाख बारदाने किसानों ने स्वयं खरीद कर अपने धान की उपज को बेचा है। वहीं राजनंदगांव जिले के 90 धान खरीदी केंद्रों में शत प्रतिशत धान की खरीदी हुई है। सबसे अधिक धानखरीदी के बात की जाए तो जिले के सुरगी केंद्र में पंजीकृत 1 हजार 5 सौ 17 किसानों में से 1 हजार 5 सौ किसानों ने धान बेचा है। वहीं रानीतरई में पंजीकृत 1 हजार 2 सौ 32 किसानों में से 1 हजार 2 सौ 18 किसानों अपने धान की उपज बेची हैं।
धान की सबसे कम खरीदी औंधी क्षेत्र में
सबसे कम खरीदी की बात की जाए तो नक्सल प्रभावित दुरस्त वनांचल क्षेत्र औंधी में पंजीकृत 2 हजार 56 किसानों में से 1 हजार 7 सौ 99 किसानों ने ही अपना धान बेचा है। इसके अलावा जिले के 84 हजार किसानों से लिंकिंग के जरिए 4 करोड़ 99 लाख से अधिक ऋण की वसूली की जा चुकी है। धानखरीदी के दौरान धान परिवहन बड़ी समस्या बनकर सामने आया था। कई केंद्रों में धान रखने जगह नहीं होने के चलते समितियों ने खरीदी बंद करने की चेतावनी तक दे डाली थी, ऐसे में प्रशासन ने धान का परिवहन सुनिश्चित कराया और अब तक 33 लाख 40 हजार 2 सौ 48 क्विंटल से अधिक धान का परिवहन हो चुका है, वहीं शेष धान का परिवहन कार्य विभिन्न खरीदी केंद्रों में जारी है।