चुरू। राजस्थान के चुरू जिले में 9 जुलाई को हुए भारतीय वायुसेना के जगुआर फाइटर जेट क्रैश में हरियाणा के रोहतक निवासी स्क्वॉड्रन लीडर लोकेंद्र सिंह सिंधु (32) शहीद हो गए। वे रोहतक की देव कॉलोनी के रहने वाले थे। हादसे की खबर मिलते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। घर में मातम पसरा हुआ है।
लोकेंद्र सिंह के पिता जोगेंद्र सिंधु एमडीयू (महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय) से अधीक्षक के पद से 2023 में रिटायर हुए हैं। उनकी पत्नी डॉ. सुरभि सिंधु पेशे से डॉक्टर हैं। लोकेंद्र की बहन अंशी भी एयरफोर्स में स्क्वॉड्रन लीडर रह चुकी हैं, जबकि जीजा अभी भी विंग कमांडर हैं। लोकेंद्र ने 2011 में वायुसेना जॉइन की थी। 10 जून को उनके बेटे का जन्म हुआ था और वे 30 जून को ड्यूटी पर लौटे थे।
राजलदेसर गांव के पास क्रैश हुआ विमान
हादसे के दिन, लोकेंद्र ने सुबह 10 बजे अपने पिता से बात की और परिवार के व्हाट्सऐप ग्रुप में बेटे की तस्वीरें भी भेजीं। दोपहर 12:40 बजे सूरतगढ़ एयरबेस से उड़ा जगुआर ट्रेनिंग जेट चूरू जिले के राजलदेसर गांव के पास क्रैश हो गया। हादसे में पायलट और को-पायलट दोनों शहीद हो गए। हादसे की वजह तकनीकी खराबी बताई जा रही है। पायलट समय रहते इजेक्ट नहीं कर सके।
क्षत-विक्षत शव के टुकड़े मिले
घटनास्थल पर मलबे के बीच क्षत-विक्षत शव के टुकड़े मिले। चश्मदीदों के मुताबिक, विमान जमीन पर गिरते ही टुकड़े-टुकड़े हो गया और आग लग गई। एक गहरा गड्ढा बन गया और आसपास के पेड़ जल गए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पायलटों ने गांव को बचाने की पूरी कोशिश की। भारतीय वायुसेना ने हादसे की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं। हादसे के तुरंत बाद सेना का हेलिकॉप्टर मौके पर पहुंचा। एक डायरी और अन्य दस्तावेज बरामद कर पुलिस को सौंपे गए हैं।