Raigarh: मेंढक और मेंढकी की शादी, शादी के पहले छपे कार्ड, विवाह के लिए निकला मुहूर्त, 12 गांवों के 3 हजार से अधिक ग्रामीण हुए शामिल, बैंड बाजे के साथ पहुंचे ग्रामीण

रायगढ़। (Raigarh) इंद्रदेव को प्रसन्न करने और अच्छी बरसात की आशा लिए लैलूंगा इलाके के दो गांवों में मेढ़क और मेंढकी की शादी कराई हई है। इसके लिए बकायदा कार्ड भी छपा है। गांव में निमंत्रण भी दिया गया। 500 के ऊपर बराती नाचते गाते बारात लेकर दूसरे गांव पहुंचे। इस अनोखी शादी में 12 गांव के 3000 से अधिक लोग विवाह में शामिल हुए।

जानकारी के मुताबिक (Raigarh) पूरा मामला लैलूंगा के सोनाजोरी गांव और बेसकीमुड़ा का है। मेढ़क राजा टिग्रिना की बारात लेकर सोनाजोरी गांव के ग्रामीण बेसकीमुड़ा पहुंचे। वैदिक रीति-रिवाज और मंत्रोचारण के साथ दुल्हन रानी जाननी बेंग की शादी राजा से कराई। शाम को विदाई भी की गई।

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शादी के पहले छपे कार्ड

(Raigarh) ग्रामीणों के मुताबिक शादी से पहले कार्ड छपवाया गया। कार्ड में कार्यक्रम का विवरण दिया गया था। शादी के लिए मुहूर्त भी निकाला गया। घर-घर जाकर कार्ड भी दिए गए। बारात लेकर सोनाजोरी और आसपास के गांव के लगभग 700 लोग चार किलोमीटर दूर नाचते-गाते बारात लेकर बेसकीमुड़ा पहुंचे। डीजे पर बाराती झूमते दिखे। मेंढक की एक प्रजाति का अंग्रेजी नाम राना टिग्रिना है।

 अच्छी बारिश की उम्मीद

बता दें कि इस साल बारिश काफी कम हुई है। छत्तीसगढ़ के कई जिलों में हालात एक सामान बने थे। रायगढ़ में भी बारिश कम हुई, लेकिन लैलूंगा में सामान्य से अच्छी बारिश हुई। इसके बावजूद ग्रामीणों ने इंद्रदेव को प्रसन्न करने के लिए तरीका इरशाद किया। जिसके लिए मेढ़क और मेढ़की की धूमधाम से शादी कराई गई।

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