Raigarh: नियमों को ताक पर रखकर करवाई जनसुनवाई, जमीन डायवर्सन में भी गड़बड़ी, कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश

रायगढ़। फील कोल प्राइवेट लिमिटेड के प्रस्तावित विस्तार को लेकर अभी हाल ही में पर्यावरणीय जनसुनवाई सम्पन्न हुई है!

जबकि इस स्थान पर पिछले 10 साल से अधिक समय से फील कोल वाशरी का संचालन किया जा रहा है। लेकिन प्रबन्धन के द्वारा आज तक लीज की शर्तों का पालन नहीं किया गया है।

जिसके लिए अब जिला कलेक्टर ने कोल वाशरी के जांच के आदेश दिए हैं। मिली जानकारी के अनुसार घरघोड़ा ब्लॉक के टेन्डा नवापारा स्थित कोल वाशरी चार एकड़ जमीन ही डायवर्सन हुई है। जबकि वाशरी 21 एकड़ जमीन पर संचालित हो रही है! मतलब कोल वाशरी प्रबन्धन ने करीब 17 से 18 एकड़ जमीन पर या तो अवैध अतिक्रमण कियॉ है या भूमि का डायवर्शन नही कराया है। जानकार बताते है कि कोल वाशरी प्रबंधन ने 10 एकड़ वन विभाग की जमीन पर कब्जा किया हुआ है। इसके बावजूद फील कोल वाशरी के संचालक ने हाल ही में नियम कानून को ठेंगा दिखाते हुए जनसुनवाई को सम्पन्न करवाई है!!

प्रबन्धन ने जिला पर्यावरण विभाग स्थानीय प्रशासन और वन विभाग केद अधिकारियों को अपने हिसाब से सेट कर गैर कानूनी ढंग से संचालन और विस्तार कर लिया है!!

इतना ही नही सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार घर के उपयोग के लिए नलकूप की एनओसी ली गई और कोल वॉशरी में बोर खनन करवाया गया जो पहले से ही सवालों के घेरे में हैं!! अब इसमें देखने वाली बात होगी कि खेती की जमीनों पर व्यवसाय करने वाली कोल वाशरी पर कोई कार्यवाही होती है या कलेक्टर के दिए जांच आदेश सिर्फ एक दिखावा है!!

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