रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी नवा रायपुर एक नवंबर को ऐतिहासिक दिन बनने जा रही है। राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए विधानसभा भवन, डिजिटल जनजातीय संग्रहालय और ब्रह्माकुमारी के शांति शिखर भवन का लोकार्पण करेंगे। इन तीनों परियोजनाओं से नवा रायपुर की आधुनिक और सांस्कृतिक पहचान को नई दिशा मिलेगी।
कार्यक्रम के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी विधानसभा भवन में ई-व्हीकल से प्रवेश करेंगे। वे गेट नंबर 1 से प्रवेश करेंगे, जबकि अन्य नेता गेट नंबर 3 से आएंगे। भवन परिसर में प्रवेश के बाद प्रधानमंत्री पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इसके बाद वे अपनी मां के नाम पर एक रुद्राक्ष का पौधा लगाएंगे।
पीएम मोदी विधानसभा परिसर में आयोजित जनप्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करेंगे, जिसमें नगरीय निकाय, जिला और जनपद पंचायतों के लगभग 5 हजार जनप्रतिनिधि शामिल होंगे। इस मौके पर नवा रायपुर के ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे। पौधरोपण के बाद प्रधानमंत्री सदन के भीतर जाएंगे, जहां विधायकों के साथ उनका फोटो सेशन होगा। उन्हें छत्तीसगढ़ भवन का मोमेंटो भी भेंट किया जाएगा।
ब्रह्माकुमारी संस्थान का ‘शांति शिखर भवन’ 1.5 एकड़ क्षेत्र में राजस्थानी महल की शैली में बना है। यह प्रदेश की पहली ऐसी इमारत है, जिसमें प्रेसटेंसाइल बीम तकनीक का उपयोग किया गया है। वहीं, शहीद वीर नारायण सिंह स्मारक सह आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय में प्रदेश के 12 आदिवासी विद्रोह और 2 सत्याग्रह की झांकियां प्रदर्शित की गई हैं।
शुक्रवार रात लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला रायपुर पहुंचे, जहां विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और राज्यपाल रमेन डेका ने उनका स्वागत किया। बाद में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ रात्रि भोज का आयोजन किया गया।
