Pakistan के पहले पीएम इमरान , जिनके खिलाफ पास हुआ अविश्वास प्रस्ताव

नई दिल्ली। अखिकार लंबी जदोजहद के बाद इमरान खान का विकेट गिर गया. इमरान खान जाते- जाते बेहद शर्मनाक रिकॉर्ड अपने नाम करते गए. 342 सदस्य वाले नेशनल असेंबली में 172 मत की जरुरत थीं, हालांकि इमरान के खिलाफ प्रस्ताव के समर्थन में 174 मत पड़े. पाकिस्तान के इतिहास पर गौर करें तो आजादी के बाद से अब तक 22 प्रधानमंत्री बन चुके हैं.लेकिन किसी प्रधानमंत्री ने 5 साल का कार्यकाल पूर्ण नहीं कर पाए हैं। 2018 में प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठे इमरान भी इतिहास नहीं रच सके. और 5 साल के कार्यकाल से पहले उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया गया. पाकिस्तान के ये तीसरे पीएम हैं जिनके खिलाफ पाकिस्तान असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पारित हुआ और सफल भी हुए.

इससे पहले पाकिस्तान के चौथे प्रधानमंत्री चौधरी मोहम्मद अली के खिलाफ उनकी अपनी पार्टी मुस्लिम लीग अविश्वास प्रस्ताव लाई थी. लेकिन प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले मोहम्मद अली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. वे 11 अगस्त 1955 से 12 सितंबर 1956 तक प्रधानमंत्री रहे. चौधरी मोहम्मद अली के बाद पाकिस्तान के 17वें पीएम शौकत अजीज के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया. हालांकि, ये प्रस्ताव पास नहीं हो सका. लेकिन वे भी कार्यकाल पूरा नहीं सके. उनका कार्यकाल 28 अगस्त 2004 से 15 नवंबर 2007 तक रहा.

सोमवार को पाकिस्तान असेंबली का एक अहम सत्र

सोमवार को पाकिस्तान असेंबली का एक अहम सत्र होने वाला है जिसमें नया प्रधानमंत्री चुना जाना है. नए प्रधानमंत्री अगले चुनावों तक यानी अक्तूबर 2023 तक कार्यभार संभालेंगे.

नेशनल असेंबली के अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा

वोटिंग से पहले नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया.असद कैसर के बाद अब पीएमएल-एन नेता अयाज़ सादिक नेशनल असेंबली के सत्र की अध्यक्षता कर रहे हैं.

असद कैसर ने कहा, “ज़मीनी वास्तविकताओं और घटनाओं को देखते हुए, मैंने तय किया है कि जो दस्तावेज़ मेरे पास पहुंचे हैं, मैं विपक्ष के नेता से अनुरोध करूंगा कि इसे मेरे कार्यालय में रखा जाए, मैं इसे सुप्रीम कोर्ट में भेजूंगा. मुझे इस देश की संप्रभुता के लिए खड़े होने की ज़रूरत है और मैंने फैसला किया है कि मैं अब अध्यक्ष नहीं बन सकता

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