रायपुर। छत्तीसगढ़ में इस साल 15 नवंबर से धान खरीदी अभियान शुरू होगा, जो 31 जनवरी तक चलेगा। इस बार प्रदेश के 25 लाख किसानों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की जाएगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। हर वर्ष की तरह इस बार भी प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी की जाएगी। किसानों को अपना पंजीयन एग्रीस्टैक पोर्टल पर 31 अक्टूबर तक करवाना होगा।
धान खरीदी के लिए इस साल राज्यभर में 2739 केंद्र बनाए गए हैं। बेहतर मानसून के कारण इस बार बंपर उत्पादन की उम्मीद जताई जा रही है और अनुमान है कि करीब 160 लाख टन धान की खरीदी होगी। बैठक में यह भी तय किया गया कि यदि किसी समिति द्वारा ‘शून्य सूखत’ स्थिति में धान खरीदा जाता है, तो उसे 5 रुपए प्रति क्विंटल की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। किसानों को धान बेचने के सात दिन के भीतर भुगतान किया जाएगा।
राज्य सरकार को इस बार सेंट्रल पूल में 73 लाख टन चावल की आपूर्ति करनी होगी। वहीं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज ने खरीदी की तारीख पर आपत्ति जताते हुए कहा कि धान खरीदी राज्योत्सव (1 नवंबर) से शुरू की जानी चाहिए। उन्होंने सरकार पर देरी से खरीदी शुरू कर किसानों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।
पिछले साल 24.81 लाख किसानों से 152 लाख टन धान खरीदा गया था, जिसके लिए 30,068 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया था। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार इस बार पिछले साल से भी बेहतर उत्पादन की संभावना है। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरिश चंदेल ने बताया कि इस वर्ष धान का रकबा बढ़ा है और बारिश भी पर्याप्त हुई है, जिससे उपज में सुधार होगा।