शिव शंकर साहनी@सरगुजा। जिले के उदयपुर वन परिक्षेत्र में परसा कोल ब्लॉक को लेकर 140 हेक्टेयर में 6000 से अधिक पेड़ों की कटाई प्रशासन के द्वारा करवाई गई। इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों में खूनी संघर्ष देखने को मिला। जिसमे एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए तो वही दूसरी तरफ एक दर्जन से अधिक ग्रामीण घायल हुए। जिसके बाद छत्तीसगढ़ में हसदेव बचाओ और आदिवासियों को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई। इधर आज कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के साथ पूर्व मंत्री सहित आधा दर्जन से अधिक पूर्व विधायक ग्रामीणों से मिलने पहुचे। जहा घायल ग्रामीणों से भी मुलाकात की। इधर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ग्रामीण पिछले 10 सालों से शांति पूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। वही ग्रामीणों की मांग है कि फर्जी ग्राम सभा की पुनः जांच सरकार से कराने की बात कह रहे है तो सरकार क्यो सुनने को तैयारी नही हैं। मुख्यमंत्री के इशारों पर, भाजपा के इशारों पर हजारों पेड़ कट दिये गए साथ ही कहा कि क्या ये सरकार आदिवासियों को गोली मारकर निजी उद्योगपतियों कोल माइंस सौपना चाहती हैं। आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बाद भी सरकार आदिवासियों खून का प्यासा क्यो है..?