गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में उदंती एरिया कमेटी के नक्सली अब हथियार छोड़ने का संकेत दे रहे हैं। नक्सली नेता सुनील ने ताजा पर्चा जारी कर अपने साथियों से शस्त्रसमर्पण की अपील की है और कहा है कि वर्तमान परिस्थितियों में हथियार लेकर संघर्ष जारी रखना सम्भव नहीं रह गया है।
पर्चे में सुनील ने उल्लेख किया है कि हाल के दिनों में कई यूनिटों ने हथियार डालकर सशस्त्र आंदोलन को विराम दिया है। उन्होंने बताया कि पहले सोनू दादा ने 60 साथियों के साथ महाराष्ट्र में आत्मसमर्पण किया था, जबकि रूपेश के नेतृत्व में जगदलपुर में कल 210 नक्सलियों ने भी हथियार सौंपे थे। इन घटनाओं का हवाला देते हुए सुनील ने कहा कि ‘अब गरियाबंद की उदंती टीम भी इसी राह पर चलेगी’।
पर्चे में यह भी लिखा गया है कि “फोर्स का दबाव बहुत बढ़ गया है, सेंट्रल कमेटी सही समय पर निर्णायक कदम नहीं उठा सकी। यह हमारी गलती मानी जा रही है। इसलिए अब हम जनआन्दोलन के साथ रहकर लोगों की समस्याओं को हल करने का मार्ग अपनाएंगे।” सुनील ने गोबरा, सीनापाली, एसडीके और सीतानदी इकाइयों को सोच-समझकर निर्णय लेने का आह्वान किया और 20 अक्टूबर को एकत्रित होने का समय व स्थान भी पर्चे में जारी किया है।
गरियाबंद के पुलिस अधीक्षक निखिल राखेचा ने भी शेष नक्सलियों से शस्त्रसमर्पण की अपील की है और आश्वस्त किया है कि जो भी आत्मसमर्पण करेगा उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस लेगी। अधिकारियों ने कहा कि स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बल संपर्क सुविधाएँ उपलब्ध कराकर शरण एवं पुनर्वास की प्रक्रिया भी सुचारू करेंगे।