नई दिल्ली। संभल और वाराणसी के बाद अब बुलंदशहर जिले में भी एक मंदिर का पता चला है जो सालों से बंद पड़ा हुआ था। यह मंदिर लगभग 50 साल पुराना है और 1990 के दंगों के बाद से बंद पड़ा हुआ था। अब,हिंदू संगठनों ने प्रशासन से इस मंदिर का जीर्णोद्धार कराने की अपील की है, ताकि यहां पूजा-पाठ फिर से शुरू किया जा सके। संगठन चाहते हैं कि मंदिर की मरम्मत कर इसे फिर से धार्मिक गतिविधियों के लिए खोल दिया जाए।
रविवार को खुर्जा के सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) दुर्गेश सिंह ने बताया कि सलमा हकन मोहल्ले में मंदिर का निर्माण जाटव समुदाय द्वारा किया गया था, जो वहां पूजा भी करते थे.
एसडीएम ने बताया कि करीब तीन दशक पहले जाटव समुदाय ये मोहल्ला छोड़कर चले गए थे. ऐसा कहा जाता है कि खुर्जा मंदिर की मूर्तियों को समुदाय के एक परिवार द्वारा नदी में विसर्जित कर दिया गया था. उन्होंने स्पष्ट किया कि मंदिर का ढांचा बरकरार है और स्थल को लेकर कोई विवाद नहीं है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. इस बीच विश्व हिंदू परिषद (VHP) और जाटव विकास मंच ने अधिकारियों से मंदिर का जीर्णोद्धार करने का आग्रह किया है ताकि धार्मिक गतिविधियां फिर से शुरू हो सकें.