रायपुर। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू होने से पहले ही छत्तीसगढ़ सरकार अवैध धान के भंडारण, परिवहन और विक्रय पर कड़ी कार्रवाई कर रही है।
मार्कफेड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 1 नवंबर से 6 दिसंबर तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में कुल 1 लाख 51 हजार 809 क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया है।
राज्य में अन्य राज्यों से अवैध तरीके से धान की आमद रोकने के लिए सीमावर्ती जिलों में चेकपोस्ट स्थापित किए गए हैं। साथ ही कलेक्टर की अध्यक्षता में टास्क फोर्स गठित कर सख्त निगरानी सुनिश्चित की जा रही है। मार्कफेड के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से खरीद व्यवस्था की रियल-टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है।
मार्कफेड के अनुसार, सर्वाधिक कार्रवाई महासमुंद जिले में की गई है, जहां 25,718 क्विंटल धान जब्त हुआ है। इसके बाद धमतरी में 23,859 क्विंटल, रायगढ़ में 21,331 क्विंटल, राजनांदगांव में 14,977 क्विंटल, बलरामपुर में 9771 क्विंटल और बेमेतरा में 6490 क्विंटल धान की जब्ती की गई। अन्य जिलों में भी हजारों क्विंटल अवैध धान पकड़ा गया है।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सीमावर्ती जिलों में बढ़ी सख्ती और त्वरित अलर्ट-रिस्पॉन्स सिस्टम से अवैध धान परिवहन रोकने में प्रभावी सफलता मिली है। शासन ने स्पष्ट कर दिया है कि धान खरीदी व्यवस्था में किसी भी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्रवाई जारी रहेगी। सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के किसानों को समर्थन मूल्य का पूरा लाभ मिले और बाहरी धान की मिलावट से किसानों के हित प्रभावित न हों।
