गंगालूर एरिया कमेटी के 17 नक्सलियों ने किया सरेंडर

रायपुर। राज्य सरकार की योजनाओं से प्रभावित होकर नक्सली लगातार सरेंडर कर रहे है। सुरक्षा कैम्प की स्थापना के साथ शासन की विकासोन्मुखी कार्य, सड़कों का विस्तार, परिवहन की सुविधा, पानी, बिजली एवं शासन की अन्य कल्याणकारी योजना ग्रामीणों तक पहुचने लगी है।

सुरक्षा बलों का ग्रामीणों के साथ हो रहे सकारात्मक संवाद, सामुदायिक पुलिसिंग के तहत् दी जा रही कल्याकारी योजनाओं की जानकारी एवं छ0ग0 शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के व्यापक प्रचार प्रसार से माओवादी सरेंडर कर रहे हैं।

“नियद नेल्ला नार” योजना से प्रभावित होकर गंगालूर एरिया कमेटी 17 माओवादियों ने उप पुलिस महानिरीक्षक, दंतेवाड़ा कमलोचन कश्यप के समक्ष आत्मसमर्पण किया है।

इन नक्सलियों ने किया सरेंडर

शासन की नीति से उम्मीद

छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति ने उन्हें नई उम्मीद दी है। संगठन के भीतर शोषण तथा क्रूर व्यवहार से बाहर निकलकर समाज के मुख्यधारा में लौटकर सामान्य जीवन जीने की आश में मुख्यधारा मे लौठ रहे है । सुरक्षा बलों के लगातार अंदरूनी क्षेत्रों में कैम्प स्थापित करने एवं क्षेत्र में चलाये जा रहे आक्रामक अभियानों एवं मारे जाने से उत्पन्न भय ने भी इन्हें संगठन छोड़ने के लिए प्रेरित किया है। आत्मसमर्पित माओवादी क्षेत्रान्तर्गत सक्रिय रूप से कार्यरत रहे है। ।

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