रायपुर। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में भाजपा सरकार के दो साल पूरे होने पर सोमवार को ‘जनादेश परब’ का आयोजन हुआ।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा शामिल हुए और उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। नड्डा ने कहा कि झीरम हमले की साजिश में कांग्रेस के अंदरूनी लोग शामिल थे और नक्सलियों को जानकारी उनके ही लोगों ने दी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ कांग्रेस नेता अपने ही लोगों को मारने में लगे थे और नक्सलियों के साथ संपर्क रखते थे।
कार्यक्रम में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि दो साल पहले चुनाव प्रचार के समय कांग्रेस की पिछली सरकार भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी में डूबी थी।
उन्होंने बताया कि 2013 में झीरम घाटी हमले के पीछे भी कांग्रेस के कुछ अंदरूनी लोगों का हाथ था। नड्डा ने कहा कि उस समय नक्सलियों को काफिले की अंदरूनी जानकारी कोई बाहरी नहीं दे रहा था, बल्कि कांग्रेस के लोग ही इस षड्यंत्र में शामिल थे।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि नक्सलवाद की चुनौती को देखते हुए मार्च 2026 तक इसे समाप्त करने की दिशा में काम चल रहा है। उन्होंने नई उद्योग नीति के तहत 8 लाख करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापनों (MOU) पर एक साल में हस्ताक्षर किए जाने की जानकारी दी।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नड्डा के बयान पर पलटवार किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि नड्डा ने झीरम के शहीदों का अपमान किया है और NIA सहित सुरक्षा एजेंसियों को उनके दावों के सबूत मांगने चाहिए।
बघेल ने सवाल उठाए कि कांग्रेस सरकार के समय नक्सली हमलों की जांच क्यों रोकी गई और अब झीरम हमले के कथित हमलावर हिरासत में हैं तो उनसे पूछताछ क्यों नहीं हो रही। भूपेश बघेल ने नड्डा से पूछा कि 15 साल आपकी सरकार रही, तब नक्सलवाद खत्म क्यों नहीं किया गया, जबकि कांग्रेस ने ही वह रास्ता तैयार किया था जिस पर चलकर अब नक्सलवाद सिकुड़ रहा है।
