दिल्ली। देश के कई हिस्सों में मानसून की बारिश कहर बनकर टूटी है। उत्तर प्रदेश और बिहार में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। बिहार के मुंगेर, बक्सर, पूर्णिया, भोजपुर और पटना समेत दर्जनों जिलों के सैकड़ों गांव पानी में डूब चुके हैं।
पूर्णिया में 38 साल बाद रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई है। यहां रविवार से सोमवार तक 270.6 मिमी बारिश हुई, जो 1987 के बाद सबसे ज्यादा है। उत्तर प्रदेश के 17 जिलों में 402 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। प्रयागराज, वाराणसी, जौनपुर, कानपुर, सुल्तानपुर और अन्य जिलों में स्कूलों की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं।
अब तक 343 मकान ढह चुके हैं और 16 लोगों की मौत हो चुकी है। बलिया, वाराणसी, प्रयागराज जैसे शहरों में गंगा का जलस्तर खतरे से ऊपर है। हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण 310 सड़कें बंद हैं और लैंडस्लाइड के मामले बढ़ रहे हैं। शिमला और चंडीगढ़-मनाली फोरलेन बंद है। उत्तराखंड के हल्द्वानी में नदी में बहने से तीन लोगों की मौत हो गई।
इन राज्यों में ऑरेंज बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने केरल में भारी बारिश का रेड अलर्ट और दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार समेत कई राज्यों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। झारखंड, मध्य प्रदेश, पंजाब, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी बारिश और बिजली गिरने का खतरा बना हुआ है। देशभर से आई तस्वीरें मानसून की तबाही को बयां कर रही हैं। डूबे हुए घर, बंद हाईवे, और उफनती नदियां। आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ने की आशंका जताई गई है। सरकार और आपदा प्रबंधन टीमें अलर्ट पर हैं।