रायपुर। छत्तीसगढ़ में बीते सप्ताहभर से लगातार हो रही बारिश के बाद अब मानसून की रफ्तार धीमी हो गई है। शुक्रवार को पूरे प्रदेश में औसतन केवल 12.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि अगले पांच दिनों तक रायपुर, दुर्ग और बस्तर जैसे क्षेत्रों में बारिश की तीव्रता काफी कम रहेगी। हालांकि, बिलासपुर और सरगुजा संभाग के जिलों में आगामी चार दिन तक मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। इसके चलते इन इलाकों में बारिश से जुड़ी सावधानी बरतने की चेतावनी भी दी गई है।
औसतन 362.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड
अब तक 1 जून से पूरे प्रदेश में औसतन 362.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। सबसे अधिक वर्षा रायगढ़ जिले में 518.3 मिमी दर्ज की गई, जबकि सबसे कम बारिश बेमेतरा जिले में 174.9 मिमी हुई है। मौसम विभाग ने रायपुर, बलौदाबाजार, जांजगीर-चांपा, बलरामपुर, कोरिया सहित 13 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।
बिलासपुर में गुरुवार को एक घंटे की बारिश ने अज्ञेय नगर और अन्य क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति पैदा कर दी। वहीं नवा रायपुर और तीरथगढ़, चित्रकोट जैसे पर्यटन स्थलों पर बारिश के बाद झरनों की खूबसूरती बढ़ गई है। तीरथगढ़ वाटरफॉल और चित्रकोट जलप्रपात पूरी रफ्तार से बह रहे हैं, जो बस्तर आने वाले पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं।
इस वर्ष मानसून 24 मई को केरल पहुंचा
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस वर्ष मानसून 24 मई को ही केरल पहुंच गया था, जो सामान्य तिथि से आठ दिन पहले था। यदि यह तय समय 15 अक्टूबर तक लौटता है, तो इसकी कुल अवधि 145 दिनों की हो सकती है। बीते 10 वर्षों के जुलाई के आंकड़ों से भी पता चलता है कि राज्य में बारिश की तीव्रता हर साल अलग-अलग रही है। इस साल जुलाई में अब तक औसतन सामान्य बारिश हो रही है, लेकिन कुछ इलाकों में ज्यादा और कुछ में काफी कम पानी गिरा है।