Marwahi: महाशिवरात्रि के अवसर पर अमरकंटक नगरी में जुटती है श्रद्धालुओं की भीड़, साधु संतो के सानिध्य में पूजा अर्चना

बिपत सारथी @मरवाही। धर्म तीर्थ पर्यटन आस्था और मॉ नर्मदा की उदगम नगरी अमरकंटक में महाशिवरात्रि के अवसर पर पूरे देशभर से साधु संत सैलानी एवं श्रद्धालु पहुंचते हैं। सभी महाशिवरात्रि के अवसर पर साधु संतो के सानिध्य में विधिसम्मत पूजा अर्चना करते हैं।

धर्म शास्त्रियों के अनुसार महाशिवरात्रि के अवसर पर नर्मदा उदगम में स्नान का अपना अलग महत्व है जिसमें पुण्य की प्राप्ति होगी। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर अमरकंटक में सुबह से ही पुण्य सलिला नर्मदा में महाशिवरात्रि के शुभ मुहूर्त के अवसर पर स्नान करने हेतु भक्तों की भारी भीड़ रहती है।  

ब्रहम मुहूर्त से ही स्नान का दौर प्रारम्भ हो जाता है तथा स्नान के बाद भक्तों ने सूर्यदेवता को अर्घ्य देते हैं। अर्घ्य के पश्चात भक्तों ने मन्दिर में जाकर पूजा अर्चना भी करते हैं। पूजा पाठ का यह सिलसिला पूरे दिन चलते रहता है। महाषिवरात्रि के दिन विभिन्न जगहों से भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।  

इससे अमरकंटक आने वाली ट्रेनों एवं बसों तथा अन्य वाहनों में अच्छी खासी भीड़ देखी जाती है। दिन भर मंदिर का पट  शिवरात्रि के दिन खुला रहता है वहीं पूजा अर्चना का दौर जारी रहता है । स्नान पूजन के बाद लोगों ने पर्यटन स्थलों का भ्रमण कर अपनी अमरकंटक यात्रा को अविस्मरणीय बनाते हैं।

नर्मदा उदगम मंदिर में मुख्य पुजारी एवं अन्य पुजारियों के द्वारा विषेश पूजा अर्चना की जाती है तथा प्रसाद वितरण किया जाता है। मेले मे मध्यप्रदेष छत्तीसगढ़ सहित उड़ीसा पष्चिम बंगाल और महाराष्ट्र प्रदेश के लोग सहित कई दूसरे प्रदेष से आए लोग भी मेले एवं आयोजन का लुत्फ उठाते हैं । महाषिवरात्रि के अवसर पर लोग सूर्य देवता को अर्घ समर्पित करते रहते हैं।

वहीं छत्तीसगढ़ की सीमा में स्थित ज्वालेष्वर महादेव मन्दिर में शिवरात्रि के दिनभर पूजा अर्चना करने हेतु श्रद्धालुओं की कतार देखी जाती है । मन्दिर के पुजारी द्वारा विधिसम्मत तरीके से अराधना के उपरान्त मन को शांति की अनुभूति होती है  वहीं शिवरात्रि को लेकर अमरकंटक ज्वालेश्वर महादेव एवं अमरेश्वर महादेव में तैयारियां जोरों पर है।

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