रायपुर। छत्तीसगढ़ में जेम (GeM) पोर्टल के माध्यम से सामग्री खरीदी में भ्रष्टाचार के मामले में राज्य सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई की है। उच्च शिक्षा विभाग ने राजीव लोचन स्नातकोत्तर महाविद्यालय, राजिम की प्राचार्य सहित तीन प्राध्यापकों को आर्थिक अनियमितताओं में संलिप्त पाए जाने पर निलंबित कर दिया है। इस संबंध में मंत्रालय, महानदी भवन रायपुर से आदेश जारी किए गए हैं।
विभागीय आदेश के मुताबिक, प्राचार्य डॉ. सविता मिश्रा, सहायक प्राध्यापक डॉ. मोहन लाल वर्मा, सहायक प्राध्यापक देवेन्द्र देवांगन और सहायक प्राध्यापक मनीषा भोई पर जेम पोर्टल के माध्यम से खरीद नियमों का उल्लंघन करने का आरोप है। जांच में पाया गया कि खरीद प्रक्रिया के दौरान छत्तीसगढ़ भंडार क्रय नियमों का पालन नहीं किया गया और सामग्री खरीदी में गंभीर वित्तीय अनियमितताएं सामने आई हैं।
उच्च शिक्षा विभाग का कहना है कि प्रथम दृष्टया मिले साक्ष्य इन अधिकारियों की सीधी संलिप्तता दर्शाते हैं, जिसके चलते सिविल सेवा नियमों के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबन की कार्रवाई की गई है। निलंबित प्राचार्य और प्राध्यापकों का मुख्यालय अब क्षेत्रीय अपर संचालक कार्यालय, रायपुर निर्धारित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में विश्वविद्यालयों और सरकारी कॉलेजों में जेम पोर्टल के माध्यम से खरीद में धांधली की शिकायतों के बाद उच्च शिक्षा संचालनालय ने जांच समिति गठित की थी। आरोप है कि खरीद प्रक्रिया में कुछ चुनिंदा कंपनियों को अनुचित लाभ पहुंचाया जा रहा था, जिससे सरकारी धन की हानि हो रही थी।
