रायपुर। 12 जातियों को जनजातियों की सूची में शामिल किए जाने पर सीएम ने कहा कि 12 आदिवासी जातियों को लोकसभा राज्यसभा में जो पारित हुआ है। उसमें मंत्री का जो बयान है जो ट्वीट किया है। उसमें लिखा है कि 72000 लोगों को लाभ मिलेगा। दूसरी तरफ अरुण साव कहते हैं कि छत्तीसगढ़ में 10 लाख आदिवासियों को इसका लाभ मिलेगा दोनों में कौन सा सही है। इस मामले में भारतीय जनता पार्टी श्रेय लेने की कोशिश कर रही है। मेरे पास पत्र भी है। जिसमें 2017 में डॉ रमन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। फिर उन्होंने नंदकुमार साय को पत्र लिखा। यह चलता रहा, लेकिन इससे कोई लाभ हुआ नहीं। उसके बाद जो हम लोगों ने प्रयास किया। वह 2021 का लेटर है। मेरे द्वारा प्रधानमंत्री को लिखा गया और लगातार हम लोग प्रयास करते रहे तब जाकर यह सफलता हासिल हुई है ।
मणिपुर में विपक्षी गुट के सांसदों ने राहत शिविरों का दौरा किया है। भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन इस यात्रा को दिखावा बताया है। जिसको लेकर के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमारे सांसद फूलों देवी नेताम ने जो बयान दिया है वह बताएं कि बहुत भयावह स्थिति में हैं। हालांकि अभी मैंने किसी से बात नहीं की है। लेकिन जो स्थिति है वह बहुत भयावह है। वह आएंगे वापस तो प्रेस से बात करेंगे और संसद में भी बात होगी। यदि जो इंडिया गई है वह दिखावा है तो भाजपा जो कमेटी बनाते क्यों है भाजपा कमेटी बनाकर छत्तीसगढ़ में जाए वह ठीक है और यदि इंडिया टीम बना कर चले गए तो वह दिखावा है और वहां स्थिति ठीक कर ले।
अभी भी 90 दिन हो गया है मणिपुर जल रहा है। उसको रोकने के लिए डबल इंजन सरकार कोई प्रयास नहीं कर रही और वह बहाने ढूंढ रही है। मतलब यह है आप सुधार नहीं सकते तो दूसरों पर दोष मत दो। अगर चीन का भी मामला है तो रोकने का काम तो आप ही का है। इसमें केंद्र सरकार की और नाकामी से दी गई चीन यदि इस प्रकार से हरकतें करवा रहा है तो भारत सरकार की नाकामी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फिर एक बार हमला बोला है उन्होंने कहा कि पहले का रिकॉर्ड चलता रहता है और उसमें सब फोटो डालते हैं मैं भी अभी देख रहा था जैसे जैसे प्रधानमंत्री मन की बात कर रहे थे साथ में फोटो चल रहा था। इसका मतलब यह है जो बहुत पहले का है इसके बाद अगर प्रधानमंत्री करें मन की बात तो उसमें और टमाटर की बात करेंगे और वह कम हो इसके बारे में बात करेंगे ।