करणी सेना का प्रदर्शन विफल: समर्थन में नहीं जुटे लोग, 8 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा

रायपुर। राजधानी में रविवार को राजपूत करणी सेना द्वारा हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र और रोहित सिंह तोमर के समर्थन में किए गए विरोध प्रदर्शन को अपेक्षित जनसमर्थन नहीं मिला।

साइंस कॉलेज मैदान में महापंचायत की अनुमति न मिलने पर आयोजन स्थल को बदलकर हिस्ट्रीशीटरों के घर के बाहर पंडाल लगाया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत ने लाखों लोगों के जुटने का दावा किया था, लेकिन मौके पर मात्र 100-150 लोग ही पहुँचे, जिससे यह प्रदर्शन कमजोर साबित हुआ। मंच से कुछ सदस्यों द्वारा विवादित टिप्पणियाँ भी की गईं, जिससे आयोजन और अधिक आलोचना में घिर गया।

भारी पुलिस बल की मौजूदगी के चलते करणी सेना ने गृहमंत्री विजय शर्मा के निवास का घेराव करने की योजना रद्द कर दी। इसके बाद प्रतिनिधि मंडल ने इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी में एडीएम को राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम 8 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। शेखावत ने कहा कि करणी सेना महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाती है और सरकार ने मांगों पर जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि कार्रवाई न होने पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

करणी सेना पदाधिकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि कई समर्थकों को रास्ते में रोका गया, जिसके कारण भीड़ नहीं जुट पाई। वहीं, आम जनता ने प्रदर्शन से दूरी बनाए रखी। लोगों का कहना है कि जिन हिस्ट्रीशीटरों के खिलाफ ब्लैकमेलिंग, सूदखोरी और मारपीट जैसे गंभीर आरोप हैं, उनके समर्थन में आंदोलन करना उचित नहीं है।

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