कबीरधाम। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में आबकारी विभाग के अफसरों को दौड़ा-दाैड़ाकर पीटने का मामला सामने आया है। आबकारी विभाग के अफसरों को नवागांव में केरपानी नदी के किनारे महुआ शराब बनाने की सूचना मिली थी। नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारन थाने से एक हेड कांस्टेबल और 4 सीएएफ के जवानों को साथ लेकर टीम कार्रवाई करने भेंड्रा नवागांव पहुंची थी । लाठी- डंडे लेकर ग्रामीणों ने अफसरों को दौड़ा- दाैड़ाकर पीटा। हमले में आबकारी उपनिरीक्षक योगेश साेनी समेत टीम के 13 सदस्य घायल हैं। घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी पर SP डॉ. लाल उमेंद सिंह फोर्स के साथ भेंड्रा नवागांव पहुंचे। मामले में 20 लोगों के खिलाफ FIR होना बताया जा रहा है।
जानिए कब हुआ हमला
गुरुवार 29 दिसम्बर 2022 को नक्सल प्रभावित थाना क्षेत्र सिंघनपुरी जंगल के भेंड्रा नवागांव में यह हमला आबकारी और पुलिस की टीम पर हुआ। हमला उस वक्त हुआ जब टीम कार्रवाई कर लौट रही थी। तभी आबकारी और पुलिस की टीम पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। हमला करने वालो में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। ग्रामीणों ने अफसरों से मारपीट के बाद सरकारी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की। घटना सुबह साढ़े 10 बजे की है।
100 लीटर महुआ शराब और 1 हजार किलो लहान जब्त
गांटीम ने पाया कि भट्ठियों पर महुआ शराब बन रही है। उस समय वहां कोई नहीं था। अवैध शराब की भट्ठियों को टीम के सदस्यों ने ध्वस्त कर दिया और मौके से करीब 100 लीटर महुआ शराब और 1 हजार किलो लहान जब्त कर लिया । जब्त की गई शराब को लेकर टीम लौट ही रही थी। इसी बीच ग्रामीणों की भीड़ ने लाठी- डंडे लेकर उन पर हमला बोल दिया और शराब को भी छीन लिया।