नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय के लेबर डिपॉर्टमेंट की ओर से अगस्त महीने की एनुअल इन्फ्लेशन रेट जारी किया गया है. श्रम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त में खुदरा महंगाई दर में मामूली बढ़त हुई है. लेकिन यह महंगाई पांच साल में दूसरी बार सबसे कम रही है. अगस्त में भारत की खुदरा महंगाई मामूली बढ़कर 3.65 प्रतिशत सालाना हो गई है, जबकि पांच साल पहले यह 3.54 प्रतिशत सालाना थी.
आंकड़े के मुताबिक, फूड महंगाई दर की सीपीआई में आधी हिस्सेदारी रहती है. फूड इन्फ्लेशन पिछले महीने यह 13 महीने के निचले स्तर 5.42 प्रतिशत पर थी. अब इस महीने इसमें मामूली इजाफा हुआ है.
इस घोषणा के साथ ही मुख्य महंगाई दर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की 2-6 प्रतिशत की लिमिट के भीतर रह गई है. हालांकि, यह अभी भी RBI के “टिकाऊ 4 प्रतिशत” के लक्ष्य से दूर है, जैसा कि केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है. कमजोर रुपया, मानसून से जुड़े जोखिमों के साथ निकट भविष्य में महंगाई के दबाव को बढ़ाए रखने की उम्मीद है.