Corona काल में कर्तव्यों के निर्वहन में अधिकारियों ने पूरे देश के लिए पेश की मिसाल- भूपेश बघेल

रायपुर। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ को अब नए नजरिए से देखा जा रहा है, नक्सलियों के लिए पुनर्वास नीति के तहत 1200 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया। 3 वर्षों में नक्सल घटनाओं में 40 प्रतिशत की कमी आई है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में किसान और जवान दोनों की जय-जय हो रही है. जवानों की ड्यूटी की वजह से हम चैन से सो पाते हैं, कोरोना काल में कर्तव्यों के निर्वहन में अधिकारियों ने पूरे देश में मिसाल कायम किया है. पुलिस परिवार बधाई का पात्र है. आम लोगों का विश्वास छत्तीसगढ़ पुलिस ने हासिल किया है, पुलिस ने चुनौतियों का सामना किया और अपराधियों के मांद में घुसकर सफलता अर्जित की है. कालीचरण की गिरफ्तारी को लेकर कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस बधाई की पात्र है.
जवानों की कुशलता को पूरे देश ने देखा कि मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि हमने चुनौतियों को स्वीकार किया और सफलता भी प्राप्त किया. चाहे वह बिलासपुर अपहरण हो और भिलाई अपहरण की बात हो पुलिस ने उनके मांद में घुसकर सफलता अर्जित की
NCRB द्वारा देश में दूसरा स्थान मिला इसलिए भी बधाई का पात्र है. बाहर के लोग हमेशा नक्सली के बारे में बात करते थे लेकिन पिछले तीन साल में हमने ये छवि बदली है. सभी का विश्वास हमने जीता है
प्रदेश के बारे में चर्चा होती थी कि नक्सली दहशत से भरा है, यह सोच हमने बदली है, सभी का विश्वास जीता है, लोग अब नक्सली नहीं विकास की बात करते हैं.
अब बस्तर के लोग विकास की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं कि हमारे यहाँ सड़के, अस्पताल, स्कूल, पीडीएस दुकान, ट्यूबवेल जैसी सुविधाएं पहुँच रहीं हैं।
नक्सली समस्या, सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक समस्या है. अब हम नक्सलियों के कोर सेक्टर में मौजूद हैं. जिससे उनके हौंसले पस्त हुए हैं, विकास की किरणें प्रत्येक जगह पहुंच रही हैं, पुलिस को लोग दुश्मन नहीं दोस्त मान रहे हैं.
सुकमा का अधिकांश हिस्सा नक्सलियों से मुक्त हो चुका है. बिना खून बहाए नक्सलियों का सफाया हो, प्रदेश तरक्की करे यही हमारी सोच है.