लिवर हमारी पाचन और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाने के साथ शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में भी बेहद अहम भूमिका निभाता है। लेकिन इन दिनों लोगों की बिगड़ती जीवनशैली और खानपान की वजह से लिवर से जुड़ी समस्याएं ज़्यादातर लोगों में देखी जा रही है। दरअसल, लाइफ स्टाइल हेल्दी नहीं होने से उसका सबसे ज़्यादा असर आपके लिवर पर पड़ता है। हमारे देश में लिवर के पेशेंट लगातार बढ़ रहे हैं खासकर जो मोटे लोग हैं उन्हें तो काफी सतर्क होने की जरुरत है। लिवर से जुड़ी बीमारियों की वजह कुछ भी हो सकता है, जैसे कि किसी वायरस का संक्रमण, शराब और मोटापा। समस्या गंभीर होने पर लिवर फ़ेल भी हो सकता है। ज़्यादा वक्त तक लिवर के डैमेज रहने पर लिवर सिरोसिस होने का खतरा भी बढ़ जाता है। लिवर में गड़बड़ी होने पर कुछ शुरुआती संकेत दिखाई देने लगते है। चलिए हम आपको बताते हैं किन लक्षणों के दिखने पर आपको अलर्ट होने की ज़रूरत है। अगर समय रहते इन लक्षणों को पहचान लिया जाए तो लिवर को डैमेज होने से बचाया जा सकता है।
लीवर डैमज होने पर शरीर में दिखते हैं ये लक्षण
बॉडी में खुजली होना: अगर आपको बहुत ज़्यादा खुजली हो रही है। खासकर रात के समय आपके हाथ और पैर में लगातार खुजली हो रही है तो आप तुरंत सावधान होइ जाएं। दरअसल रात के समय खुजली का ज़्यादा होना लिवर की समस्या का एक बहुत बड़ा संकेत है। इसलिए इसे परेशानी को भूलकर भी नज़रअंदाज़ न करें।
पेट के आसपास सूजन: लिवर डिजीज की वजह से आपके पेट में तरल पदार्थ जमा हो सकता है, जिसकी वजह से पेट के आकार में अचनाक से बदलाव दिखाई देने लगता है। पेट में फैलाव या इसका आकार बढ़ना भी लिवर डैमेज का लक्षण हो सकता है।
जी मिचलाना और उल्टी: जिन लोगों को जी मिचलाने और उल्टी जैसे लक्षण लगातार महसूस होते हैं। उन्हें भी देरी न करते हुए लिवर का टेस्ट करा लेना चाहिए। अगर ये संकेत रात में मिले तो बिलकुल भी देरी नहीं करनी चाहिए।
पैरों में सूजन:अगर आपक पैरों में बार-बार सूजन आ रहा है और झुनझुनी महसूस हो रही है तो यह लिवर डैमेज होने का एक संकेत है। रात में सोते समय अगर आपको पैरों में ज़्यादा झुनझुनी हो रही है या सूजन आ गया है तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
नींद की कमी: अगर आपको कुछ समय से रात के समय नींद नहीं आ रही है तो एक बार अपने डॉक्टर से ज़रूर कंसल्ट कर लें। नींद नहीं आने की एक वजह लिवर डैमेज भी हो सकता है। दरअसल, लिवर शरीर के विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालता है, लेकिन जब ये खराब हो जाए, तो ये विषाक्त पदार्थ खून में जमा होने लगते हैं। जिस वजह से आपकी स्लीपिंग पैटर्न पर असर पड़ता है।
लिवर से जुड़ी बीमारियों को कैसे रोकें
अगर आपको लिवर से जुड़ी बीमारी होने का पता चला है, तो आपको शराब से दूरी बना लेनी चाहिए। खराब लिवर के पीछे आपक खराब खाना पान भी हो सकता है। फैट वाली चीज़ों से दूरी बनायें। लिवर से जुड़ी बीमारियों की एक वजह मोटापा भी है। डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवा न खाएं। आप खाना बना रहे हैं, तो खाना बनाने से पहले हाथों को धोना न भूलें। साफ़-सफ़ाई न रखने से खाना दूषित हो सकता है और यह लिवर से जुड़ी बीमारियों की वजह बन सकता है।