‘आई लव मोहम्मद’ विवाद: DIG बोले- 95% लोग नमाज के बाद लौटे; शरारती तत्वों ने पथराव और फायरिंग की

बरेली। 26 सितंबर को जुमे की नमाज के दौरान बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’ विवाद चार घंटे तक जारी रहा। यह विवाद दोपहर 2 बजे आला हजरत मस्जिद के पास शुरू हुआ और शाम 6 बजे तक शहर के नौमहला मस्जिद, नॉवेल्टी चौराहा, आजमनगर, श्यामगंज मार्केट, जिला अस्पताल रोड और बिहारीपुर तक फैल गया। पूरे शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसे हालात बन गए और सभी बाजार बंद कर दिए गए।

DIG अजय कुमार साहनी ने बताया कि करीब 90-95% लोग शांतिपूर्ण तरीके से नमाज पढ़कर घर लौट गए। लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने हाथों में पोस्टर लेकर पुलिस पर पथराव और फायरिंग शुरू कर दी। यह घटनाएं शहर के 3-4 स्थानों पर हुईं। फायरिंग में छर्रे लगे और कुछ हथियार भी बरामद किए गए। पुलिस ने पथरावियों को रोकने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया।

बाजारों में पथराव और भगदड़ से सड़कें चप्पलों और ईंट-पत्थरों से भर गईं। पुलिसकर्मियों सहित 10 से अधिक लोग घायल हुए। शरारती तत्वों ने श्यामगंज और नॉवेल्टी चौराहा समेत अन्य जगहों पर भीड़ इकट्ठा कर उपद्रव किया।

इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल (IMC) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने पहले से खुली चुनौती दी थी कि धरना-प्रदर्शन हर हाल में होगा। DIG ने कहा कि कई उपद्रवी बाहर से आए थे और घटनाओं के पीछे सोची-समझी साजिश थी। पुलिस ने फोर्स तैनात कर स्थिति काबू में लाई और गिरफ्तारियां कीं।

हालात काबू में आने के बाद भी शहर में निगरानी जारी है। पुलिस ने कहा कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी और सभी घटनाओं में FIR दर्ज की जा रही है।

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