रायपुर। कोरबा जिले के कोरकोमा गांव के सीमांत किसान संतोष केसरवानी के खेतों में इस खरीफ सीजन में उम्मीद की धान लहलहा रही है। चालू मौसम में खाद की कमी की खबरों से चिंतित संतोष को समय पर पर्याप्त खाद मिलने से राहत मिली है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशों पर राज्य में किसानों को सहकारी समितियों के माध्यम से समय पर डीएपी, यूरिया और अन्य खाद उपलब्ध कराए जा रहे हैं। हाल ही में केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ को 50 हजार टन डीएपी और 50 हजार टन यूरिया का अतिरिक्त आबंटन भी मंजूर किया है।
धान की रोपाई के बाद पौधों की बढ़वार के लिए फॉस्फेटिक खाद की आवश्यकता होती है। संतोष केसरवानी के पास 5 एकड़ जमीन है और इस सीजन में उन्होंने कोरकोमा सहकारी समिति से 7-7 बोरी डीएपी, यूरिया और सुपर फॉस्फेट खरीदा। समिति में दस्तावेज प्रस्तुत करते ही उन्हें केसीसी के माध्यम से खाद मिल गया, जिससे उन्हें बार-बार चक्कर नहीं लगाना पड़ा।
संतोष ने बताया कि पिछले साल उन्होंने 92 क्विंटल धान बेचा था। इस बार बारिश समय पर होने और खाद की उपलब्धता से उनकी फसल की शुरुआत बेहतर हुई है। वे पूरे परिवार के साथ मेहनत में जुटे हैं, आगे जरूरत के अनुसार सिंचाई और खाद का छिड़काव भी करेंगे।
उनका कहना है कि खेती अब सिर्फ जीविका का साधन नहीं रही, बल्कि उम्मीदों की फसल बन गई है। सरकार और सहकारी समिति की समय पर मदद से न केवल उनका आर्थिक बोझ कम हुआ है, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ा है। संतोष की मानें तो समय पर खाद मिलने से इस साल अच्छी पैदावार की पूरी उम्मीद है।