हाई-टेक सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, अर्धनग्न हालत में मिले युवक-युवतियां

कानपुर।  उत्तर प्रदेश के कानपुर के कल्याणपुर क्षेत्र के गूबा गार्डन में पुलिस ने एक हाई-टेक सेक्स रैकेट का खुलासा किया है, जो पूरी तरह से ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर संचालित हो रहा था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने रेड मारी।

जांच रिपोर्ट और सबूतों के आधार पर की गई इस कार्रवाई में पुलिस को व्हाट्सएप चैट्स, ऑडियो क्लिप्स और लोकेशन डिटेल्स जैसी अहम जानकारियां मिलीं। इन्हीं सूचनाओं के आधार पर पुलिस ने छापा मारा और एक मकान के बेसमेंट में अर्धनग्न स्थिति में युवक-युवतियों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा।

रैकेट का संचालन मुख्य आरोपी शुभम पटेल उर्फ उर्विन और उसके साथी आशीष पाल उर्फ सुनील कर रहे थे। इस गिरोह की कार्यशैली बिल्कुल ऑनलाइन फूड डिलीवरी एप्स जैसे ज़ोमैटो और स्विगी की तरह थी। ग्राहक व्हाट्सएप ग्रुप से लड़की की फोटो देखकर बुकिंग करता, लोकेशन भेजता और फिर ‘डिलीवरी’ हो जाती। कई बार ये लड़कियां ग्राहकों से बेसमेंट में ही मिलती थीं या फिर नजदीकी होटलों में भेज दी जाती थीं।

पुलिस ने इस मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो संचालक, दो कॉलगर्ल (एक नाबालिग), सात ग्राहक और दो नाबालिग ग्राहक शामिल हैं। आरोपियों में शुभम पटेल, आशीष पाल, रितिक सोनकर, ऋषि तोमर, अमन चौरसिया, सुमित, अभिषेक श्रीवास्तव, रमन प्रजापति और दो नाबालिग शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ PITA एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया है।

एडीसीपी वेस्ट कपिलदेव सिंह ने बताया कि गिरोह पूरी तरह से टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा था। ग्राहकों को फोटो, पैकेज और टाइम स्लॉट दिए जाते थे। लड़कियों को होटल तक पहुंचाने के लिए अलग टीम थी, और कई बार खुद संचालक भी ‘डील’ क्लोज करने साथ जाता था।

फिलहाल पुलिस यह जांच कर रही है कि इस गिरोह का नेटवर्क अन्य शहरों या विदेशों तक फैला है या नहीं। शहर में यह पहली बार है जब इतनी संगठित और डिजिटल तरीके से संचालित सेक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ है।

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