नई दिल्ली। आईएमडी ने अपने बुलेटिन में कहा कि उत्तरी अंडमान समुद्र और उससे सटे दक्षिण अंडमान समुद्र पर मंडरा रहा एक कम दबाव का क्षेत्र शनिवार की सुबह एक अवसाद में केंद्रित हो गया।
पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप से लगभग 1460 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में बना यह दबाव 24 अक्टूबर तक एक चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। बाद में 25 अक्टूबर को यह बांग्लादेश के तट से होते हुए तिनकोना द्वीप और सैंडविच के बीच टकराएगा।
थाइलैंड द्वारा प्रस्तावित एक नाम चक्रवात सीतांग के कारण होने वाली भारी वर्षा के लिए ओडिशा और पश्चिम बंगाल सरकारें कमर कस चुकी हैं।
पश्चिम बंगाल सरकार चक्रवात से संभावित नुकसान से बचने के लिए कई जिलों के निचले इलाकों से लोगों को निकाल रही है। ओडिशा की राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री प्रमिला मल्लिक ने कहा कि अग्निशमन विभाग, ओडीआरएएफ और एनडीआरएफ के कर्मी किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार हैं।
पश्चिम बंगाल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई के हवाले से कहा, “संभावित चक्रवात की तैयारियों के तहत सभी जिलाधिकारियों, एसपी और आपातकालीन विभाग के कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।