रायपुर। छत्तीसगढ़ के कई जिलों में रविवार को झमाझम बारिश हुई, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। सबसे ज्यादा असर बिलासपुर में देखा गया, जहां सुबह से तेज बारिश होने के कारण निचली कॉलोनियों में पानी भर गया। मिशन अस्पताल रोड, पुराना बस स्टैंड और सरकंडा जैसे इलाकों की गलियां पानी में डूब गईं, जिससे लोगों के घरों तक पानी घुस गया।
मौसम विभाग ने बिलासपुर, कोरबा, मुंगेली, बलौदाबाजार और जांजगीर-चांपा जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना भी जताई गई है। रायपुर, गरियाबंद, दुर्ग, बेमेतरा और धमतरी सहित 17 जिलों में यलो अलर्ट घोषित किया गया है। खासकर उत्तरी और मध्य छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज बदला हुआ है।
गरियाबंद में खेतों में पानी भर गया
गरियाबंद जिले के राजिम-फिंगेश्वर क्षेत्र में खेतों में पानी भर गया है और नाले उफान पर हैं। पिछले 15 दिनों में यहां 200 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। कोरबा में बारिश के कारण 20 साल पुराना एक पुल और सड़क बह गई है, जिससे गांवों का संपर्क टूट गया है।
बेमेतरा में कम पानी गिरा
बिलासपुर और गरियाबंद ही नहीं, बीजापुर जिले में अब तक सबसे ज्यादा 382 मिमी बारिश हुई है, जबकि बेमेतरा में सबसे कम 81.5 मिमी पानी गिरा है। महासमुंद जिले के रक्सा गांव में स्टॉप डैम के पास मिट्टी धंसने से एक व्यक्ति लापता हो गया। वहीं, शुक्रवार को प्रदेश में 53.6 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई, जो इस मॉनसून सीजन में अब तक की सबसे अधिक दैनिक बारिश है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।