बिपत सारथी@पेंड्रा। छत्तीसगढ़ का राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करने गई जिमनास्टिक खिलाड़ियों को समय पर टिकट आरक्षण नहीं करने के कारण 18 घंटे का अधिक का सफर छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति के बाथरूम एवं वॉश बेसिन के सामने बैठकर रात भर सफर करना पड़ा ।दरअसल छत्तीसगढ़ के 51 खिलाड़ी 18 दिसंबर से 23 दिसंबर तक देश की राजधानी दिल्ली में आयोजित होने वाली 67वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीडा प्रतियोगिता में जिमनास्टिक के 14 ,17 एवं 19 वर्ष आयु वर्ग के जिमनास्टिक खिलाड़ी राष्टीय स्तर पर आयोजित प्रतिस्पर्धा में भाग लेने दिल्ली गई हुई थी। इसमें गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले की 13 जिमनास्टिक खिलाड़ियों सहित छत्तीसगढ़ के 51 खिलाड़ी जो अलग-अलग जिलों से है। 51 खिलाड़ियों का यह दल 22 दिसंबर को संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से वापस छत्तीसगढ़ लौटना था , गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले सहित छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है परंतु राष्ट्रीय शालेय क्रीडा प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी 51 खिलाड़ी छात्र-छात्राओं का रिजर्वेशन समय पर करना था, पर इसे खेल विभाग और प्रशासन की बड़ी लापरवाही कहेंगे कि खिलाड़ियों का कैलेंडर जारी होने के बावजूद पूर्व से ही इन खिलाड़ियों का रिजर्वेशन नहीं कराया गया। जिसकी वजह से कोच सहित किसी भी खिलाड़ी का रिजर्वेशन कंफर्म नहीं हो पाया, नतीजा यह राष्ट्रीय खिलाडियों को ट्रेन की फर्श पर बैठकर वापसी की यात्रा तय करनी पड़ी, दुर्भाग्य जनक बात यह है कि इन बच्चों को सुरक्षित दिल्ली ले जाने और वापस छत्तीसगढ़ पहुंचने का जिम्मा जिस प्रबंधक को मिला था।
वह दो दिन पहले ही 20 दिसंबर को खिलाड़ियों को दिल्ली में छोड़ कर वापस पेण्ड्रा अपने घर लौट आई। सभी खिलाड़ी इसी तरह ठंड में ठिठुरते सफर करते रहे, खिलाड़ी जब पेंड्रारोड रेलवे स्टेशन में उतरे तो बुरी तरह खांस रहे थे, उन्होंने बताया कि रिजर्वेशन नहीं मिलने से पूरी रात वे खाना और सो नहीं पाए और टॉयलेट के पास जहां काफी बदबू थी, वहीं बैठकर पूरी रात सफर किया है, पूरे मामले पर जब प्रदेश प्रबंधक सीमा डेविड से बात की गई तो उन्होंने टिकट कन्फर्म ना होने का ठीकरा रेलवे प्रशासन के सिर ही फोड़ दिया…